सरिया। गांव की गलियों में महीनों पहले नाली का कार्य शुरू कराया गया था। लेकिन सरपंच-सचिव की उदासीनता और ठेकेदार की लापरवाही के चलते एक साल बाद भी कार्य अधूरा ही पड़ा है। गांव की गलियों में कुछ जबह नाली बनाने के बाद कार्य को छोड़ दिया गया। जिससे ग्रामीणों को न सिर्फ खासा परेशान होना पड़ रहा है, बल्कि जगह-जगह छड़ निकली हुई है जो बच्चों के लिए कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। इसके लिए वार्ड के लोगों ने कई दफा शिकायतें भी की हैं, लेकिन ग्रामीणों की फरियाद कोई नहीं सुन रहा। मामला छत्तीसगढ़ के नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत पंचधार की है। जहां सरपंच-सचिव की भर्राशाही के चलते ग्रामीण परेशान हैं। दरअसल, पंचधार गांव की गलियों में नाली बनाने का काम शुरू हुआ था। इस काम को एक तथाकथित ठेकेदार नेता द्वारा किया जा रहा था, लेकिन काम को आधा अधूरा छोड़ दिया गया है। कई जगह जहां नालियों में लगे छड़ निकले हैं जो गांव की गलियों में खेलने-कूदने वाले मासूमों के लिए परेशानी का सबब बन रहे। वहीं जितना बना है उसकी गुणवत्ता भी अच्छी नहीं है। बिना लेबल के काम कर दिया गया। नालियां जगह-जगह अधूरी होने के कारण नालियों की पानी सड़क में आ रहा है। इससे गंदगी पसर रही, जिससे जाम हो जाने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। गांव में मलेरिया एवं डेंगू फैलने की संभावना बन रही है।
बिना मूल्यांकन रुपए आहरण की फिराक में : सूत्रों की माने तो सरपंच-सचिव एवं तकनीकी सहायक द्वारा आधी अधूरी नालियों का निर्माण करने के बाद इसे पूर्ण बताकर बिना मूल्याकंन रुपए आहरण करने की फिराक में है। वहीं इस संबंध में ग्राम पंचायत पंचधार के उपसरंपच तुलाराम शाह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने लिखित आवेदन तथा मौखिक शिकायत की है, लेकिन जनपद पंचायत व जिला पंचायत के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।