बरमकेला। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलांतर्गत बरमकेला जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में इन दिनों जल जीवन मिशन योजना के तहत नल-जल कनेक्शन दिया जा रहा है। ठेकेदार इसके लिए सड़कों व गलियों की खुदाई कर रहे हैं, लेकिन मरम्मत नहीं की जा रही है, इससे सड़के गढ्ढों में तब्दील हो गयी है। आने-जाने में ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। दरअसल, ठेकेदार गलियों व सड़कों की खोदाई कर छोड़ दे रहे हैं। ऐसे में सड़क पूरी तरह खराब हो गई है। ग्रामीणों ने संबंधित ठेकेदार से सड़क मरम्मत करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि नल-जल योजना के अंतर्गत मुख्य मार्गों पर और घर की छोटी-छोटी गलियों में पाइप लाइन डालने के लिए ठेकेदार द्वारा जहां-तहां खुदाई से सड़क की स्थिति बदहाल हो चुकी है। शाम होने के बाद अंधेरे में डूबी सड़कों पर चलने में भी लोगों को डर लग रहा हैं। मवेशी गड्ढों में गिर रहे हैं। महीनों से खोदे गए इस जानलेवा गड्ढों को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर पंचायत और पीएचई के अधिकारी तक उदासीन नजर आ रहे हैं। गांव के मार्गों में सड़कों पर कई जानलेवा गड्ढे बने हुए हैं। इससे बाइक सवार और मवेशी गिरते नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ी परेशानी शाम के समय गांव महिलाओं और बच्चों को उठानी पड़ रही है। जब उन्हें अपनी जरुरतों के लिए बाहर निकलना पड़ता है।
गड्ढृ़ों में तब्दील हुई गलियां : ग्राम पंचायत गौरडीह के आश्रित ग्राम रंगाडीह के ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा एक माह पहले खुदाई करने के बाद गांव का मुख्य मार्ग और घरों तक पहुंचने वाली गलियां गढ्ढों में तब्दील हो गयी है। कई जगह सीसी के टिल्ले तो कहीं पत्थरों और मिट्टी के ढेर लगे हुए हैं। और ठेकेदार एक माह से कभी पाईप नहीं होने तो कभी लेबर नहीं आने का समस्या बताकर मनमानी कर रहा है। गली-माहेल्ले में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। इस कारण रहवासी साफ -सफ ाई भी सही नहीं कर पा रहे हैं। गांव में हर घर-नल जल योजना का कार्य काफ ी धीमी गति से चल रहा है। स्थिति यह है कि कहीं टंकी बनाने का काम किया जा रहा है तो कहीं पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क पर गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। ऐसे में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। ग्रामीणों के यह नल जल योजना परेशानी का सबब बन गयी है।
क्या कहते हैं इंजीनियर : जब इस मामले में राजधानी टाइम्स छत्तीसगढ़ द्वारा इंजीनियर केआर सूर्यवंशी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामले में ठेकेदार से बात कर कार्य सही ढंग से करने और समझाइश दी जाएगी। इसके बाद भी अगर लापरवाही बरतने पर फिर कार्रवाई करने की बात कही है।