बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में वन विभाग की टीम ने 9 शिकारियों को पकड़ा है। पकड़े गए शिकारी जंगली बिल्ली व कबर बिज्जू का शिकार करते थे। आरोपियों से वन विभाग ने 6 बनबिलाव (जंगली बिल्ली) और 2 कबर बिज्जू और वनप्रजाति के अन्य वन्य प्राणी मिले हैं। पूछताछ के दौरान पता चला कि सभी वन प्राणियों को मारने के बाद उसका मांस खाने के लिए में प्रयोग करते थे। शिकारियों द्वारा इनका शिकार लाठी डंडे से पीट-पीटकर किया गया था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक, वन विभाग के अफसरों को जानकारी मिली कि बिटुकला के जंगल में कुछ लोग घूम रहे है और वन्य प्राणियों का शिकार कर रहे हैं। खबर मिलते ही अफसरों ने टीम को सर्चिंग कर घेराबंदी करने के निर्देश दिए। इस पर वन विभाग की अलग-अलग टीम बिटकुला पहुंचा और जंगल की घेराबंदी की। इस दौरान सोंठी से पिपनार जाते हुए कुछ लोग नजर आए। वनकर्मियों को देखकर सभी भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन, टीम ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ लिया। उनके पास बोरियां रखी थीं, जिसकी तलाशी लेने पर छह जंगली बिल्ली और दो कबरबिल्लू मृत मिले।
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी : जंगली जानवरों का शिकार करने वाले आरोपी जांजगीर-चांपा जिले के कोटमीसोनार निवासी सुनील सबरिया (30), बलौदा के भईसतरा निवासी तुलसी सबरिया (36) अपने सहयोगी विजय सबरिया (34), अजय गोंड़ (22), अजय गोंड़ (26), अनिल गोंड़ (24), प्रेमलाल गोंड़(35), अरुण गोंड़ (21), प्रेम गोंड़ (40) मिलकर जंगली बिल्ली और कबर बिज्जू को पकड़ने आए थे। जंगल में उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर घेर लिया और डंडे से पीट-पीटकर उन्हें मार दिया। उनके कब्जे से लाठियां भी बरामद किया गया है। सभी के बयान दर्ज कर उनके खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।