बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर में बेशकीमती सागौन तस्करी का काम धड़ल्ले से चल रहा है। सागौन तस्करों को न तो वन विभाग के कार्रवाई का डर है न ही नक्सलियों का खौफ। मानो उन्हें तस्करी की खुली छूट दे दी गई हो। ऐसा ही एक नजारा 10-11 फरवरी की दरमियानी रात लगभग 2 बजे देखने को मिला। जब बिना किसी सुरक्षा के मद्देड़ से बीजापुर सागौन फर्नीचर से भरी बोलेरो पिकअप वाहन क्रमांक CG-20-J8846 के पीछे-पीछे एक पुलिस अधिकारी आ रहे थे। मुखबिर सूचना पर वन विभाग ने सागौन लकड़ी से भरी पिकअप वाहन को जब्त कर लिया है। हमारे विश्वस्त सूत्रों की मानेें तो उक्त सागौन लकड़ी एक थानेदार का था। जो स्वयं तस्करी को अंजाम दे रहे थे। यह एक बड़ी लापरवाही है। दरअसल, इस तरह की घटना का अंजाम दुष्परिणाम हो सकते थे। एक जिम्मेदार अधिकारी रात 2 बजे संवेदनशील सड़कों से गुजरते हुए अकेले बिना सुरक्षा के बीजापुर मुख्यालय तक पहुंचना घोर लापरवाही को दर्शाता है। इसका जवाबदार आखिर कौन होगा? इस संंबंध में जब एडिशनल एसपी बीजापुर से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि अब तक वन विभाग की ओर से सूचना नहीं मिली है मिलते ही होगी कार्यवाही करने की बात कही।