Thursday, November 21, 2024
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Bijapur News : बस्तर में नक्सली संगठन ने जारी किया प्रेस नोट, केंद्र व राज्य सरकार के साथ पुलिस पर लोगों को घरों में कैद करने समेत लगाए गए कई गंभीर आरोप, हवाई फायरिंग के खिलाफ…

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों से पिछले कुछ सालों से आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए सरकार लगातार नए पुलिस कैंप खोल रही है. बस्तर संभाग के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं. इस पुलिस कैंप का विरोध नक्सलियों के साथ-साथ गांव के ग्रामीण भी कर रहे हैं. बस्तर पुलिस का कहना है कि ग्रामीण नए पुलिस कैंप खोलने के पक्ष में है, लेकिन नक्सलियों के दबाव में आकर इसका विरोध कर रहे हैं. दूसरी ओर नक्सलियों द्वारा केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार पर यहां की प्राकृतिक संपदाओं व संसाधनों को देश-विदेश की कारर्पोरेट कंपनियों के हाथों बेचने के लिए सैनिकीकरण बढ़ाकर यहां की आदिवासियों पर हवाई हमले में तेजी लाने के लिए तैयारी करने और लोगों को घरों में कैद करने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ आम जनता से आवाज बुलंंद करने की अपील की है.

दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव गंगा ने एक प्रेस नोट जारी किया है जिसमें कहा गया है कि दक्षिण बस्तर डिविजन (बीजापुर जिला का उसूर ब्लाक और सुकमा जिला का कोंटा ब्लाक) इलाके में बीते नवंबर से अब तक 4 महीनों के अंदर 9 नये पुलिस कैम्प खोले गए. जिसमें 2022 नवंबर 14 को ग्राम पिड़मेल में; 2022 नवंबर 19 को ग्राम डब्बाकोंटा में; 2022 नवंबर 21 को ग्राम नम्बीधारा में 2022 दिसंबर 8 को ग्राम कुंदेड़ में; 2023 जनवरी 7 को ग्राम सिलंगेर में; 2023 जनवरी 8 को ग्राम दरभा में; 2023 फरवरी 4 को ग्राम चिन्नागेल्लुर में; 2023, फरवरी 7 को ग्राम गुण्ड्राय (एल्मागोंडा) में 2023 फरवरी 12 को दुब्बामरका में सीआरपीएफ बेस कैम्प स्थापित किये है। हर 2-3 किलो मीटर के अंतर में एक कैंप बिठाते हुए पूरे दक्षिण बस्तर को ही एक पुलिस कैम्प में तबदील किए है। इनमें तैनात पुलिस व अर्धसैनिक बलों द्वारा गांवों पर पाशविक हमलें- बेदम पिटाई, लूटपाट, झूठे केसों में गिरफ्तार कर जेलों में ठूंसना, झूठी मुठभेड़ों में हत्याएं बेरोकटोक जारी है। महिलाओं के साथ नीच, अश्लील और योन शोषण की घटनाएं बढ़ रही हैं। इन दिनों पामेड, चेरला, बासागुडा एवं दोरनापाल से लेकर जगरगुण्डा, सिलंगेर तक के सभी कैंपों में पहले से तैनात फोर्स के अलावा बड़े पैमाने पर अतिरिक्त बलों को तैनात किया जा रहा है। अत्याधुनिक सैन्य हेलिकॉप्टर, हवाई जहाज नुमा ड्रोन, कई किस्म के टोही द्वारा दिन-रात गांवों, जंगलों, पहाड़ों पर निगरानी कर रहे हैं। गांव-गलियों में बख्तरबंद इलाके में भीषण युद्ध-सा माहौल बना रहे हैं। हर गाड़ियों व पुलिस-अर्ध सैनिक बलों से कचाकच भरा हुआ है। पुलिस थानों व कैम्पों में फायरिंग व बमबारी का रिहार्सल कर रहें हैं। खासकर विम्पा कैम्प में यह तैयारी जोरों पर हैं। यह फायरिंग व बमों की आवाजों से पूरे इलाके की जनता में भय का माहौल बना हुआ है। केन्द्र व राज्य सरकार हवाई हमलों में और तेजी लाने की तैयारी कर रही है, नक्सली संगठन ने और भी कई गंभीर आरोप लगाए है, नीचे पढ़िए….