सुकमा। छत्तीसगढ़ के बस्तर में फरवरी महीने में नक्सलियों के द्वारा बस्तर के तीन जन प्रतिनिधियों की हत्या करने का मामला शांत भी नहीं हुआ है कि नक्सलियों ने एक बार फिर सुकमा जिले के पोंगाभेजी में एक जनप्रतिनिधि को मौत के घाट उतार दिया है. नक्सलियों ने जिले के पोंगाभेजी पंचायत के सरपंच पूनेम सन्ना की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी है, कांग्रेस पार्टी समर्थित सरपंच को नक्सली इससे पहले भी कई बार जान से मारने की धमकी दे चुके हैं, लंबे समय से वह नक्सलियों के टारगेट में भी रहे और मंगलवार को मौका देख नक्सलियों ने सरपंच पूनेम सन्ना की हत्या कर दी, इस वारदात के बाद एक बार फिर से जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल है.
लगातार नक्सली दे रहे थे धमकी : सुकमा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक केरलापाल थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पोंगाभेजी के सरपंच पुनेम सन्ना की मंगलवार दोपहर नक्सलियों ने डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी है, पूनेम सन्ना और उसकी पत्नी पूनेम देवे बीते 20 साल से लगातार पोंगाभेजी पंचायत से सरपंच चुने गए हैं, इलाके में सक्रिय कांग्रेसी नेताओं ने बताया कि 10 साल पहले नक्सलियों ने पोंगाभेजी पंचायत के जनप्रतिनिधियों की बैठक लेकर चुनाव का बहिष्कार करने का फरमान जारी किया था, पुनेम सन्ना ने नक्सलियों के फरमान की नाफरमानी करते हुए पंचायत चुनाव में हिस्सा लिया ,नक्सली इसी बात से उससे नाराज चल रहे थे, नक्सलियो के डर से पुनेम सन्ना बीते 10 साल से पोंगाभेजी गांव छोड़ जिला मुख्यालय सुकमा में आकर किराए के मकान में रह रहा था ,और पत्नी पुनेम देवे गांव में ही रह रही थी, पुनेम सन्ना सुकमा से आना-जाना करता था.
2 महीने में 4 जनप्रतिनिधियों की हत्या : बताया जा रहा है कि 10 साल पहले नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की नाफरमानी करने के अलावा नक्सलियो को पुनेम सन्ना पर पुलिस मुखबिरी करने का संदेह भी था, पिछले साल इसी इलाके से हुई एक नक्सली की गिरफ्तारी के लिए भी नक्सली पुनेम सन्ना को ही जिम्मेदार मानते थे, मंगलवार को सुकमा से अपने गांव पोंगाभेजी आने की सूचना पर नक्सली पुनेम सन्ना को घर से लगभग 1 किमी पहले ही रबड़ीपारा गांव के पास उसे घेरकर डंडे से पीट- पीटकर मौत के घाट उतार दिया,परिजनो को जानकारी मिलने के बाद देर शाम ग्रामीणो की मदद से रबड़ीपारा में पड़े पुनेम सन्ना के शव को लेकर अपने घर पहुँचे, फिलहाल पुलिस ने अज्ञात नक्सलियो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है,और जांच में जुट गई है, इधर इस घटना के बाद एक बार फिर से जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल है.