Sarangarh News : 13 और 14 सितंबर को मुख्मंत्री विष्णुदेव साय ने सभी कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली थी। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि अधिकारियों-कर्मचारियों की भाषा-शैली मर्यादित होनी चाहिए। जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान में लाई गई जन समस्याओं के त्वरित निदान के लिए प्रभावी कदम उठाएं जाएं, लेकिन इसका असर सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला ब्लाक में देखने को मिल रहा है। दरअसल, तहसीलदार (Baramkela Tahsildar) पूनम तिवारी द्वारा शिकायतकर्ता से बदसलूकी का आरोप है। इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर से की गई है।
कलेक्टर से लिखित शिकायत में बताया है कि 19 जुलाई को बरमकेला विकासखंड के ग्राम डोंगरीपाली में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें शिकायत की गई थी क्षेत्र के हल्का पटवारी मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं।
इससे क्षेत्र के किसानों को छोटे-छोटे काम के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए पटवारियों को अपने हल्का में उपस्थित रहने के लिए निर्देशित करने की मांग की गई थी।
इस आवेदन को लेकर लगभग दो महीने बाद 19 सितंबर को शिकायतकर्ता द्वारा बरमकेला तहसीलदार पूनम तिवारी से संपर्क कर जन समस्या निवारण शिविर में दिए गए आवेदन पर कार्रवाई की जानकारी मांगी गई तो तहसीलदार भड़क गई।
(Baramkela Tahsildar) तहसीलदार पर आरोप है कि शिकायतकर्ता से अभद्रतापूर्वक व्यवहार करते हुए अपने चेंबर ही नहीं तहसीलदार कार्यालय से बाहर निकलने की धमकी दी गई। इससे शिकायतकर्ता को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। अब तहसीलदार की इस व्यवहार की शिकायत कलेक्टर से करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।