बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज नगर की जीवनदायिनी माने जाने वाली कन्हर नदी फ रवरी माह के दूसरे पखवाड़े में ही अत्यंत पतली धार में चलने लगी है। अब पानी तेजी से सूख रहा है यदि इसी प्रकार से पानी सूखता रहा तो मार्च माह में नदी पूर्णता सूख जाएगी। नदी की स्थिति देखकर नगरवासी भी चिंतित हैं। नगर पंचायत की जल प्रदाय व्यवस्था पूर्णता कन्हर नदी पर आश्रित है। ऐसे में यहां की करीब 25 हजार की आबादी के लिए गंभीर जल संकट उत्पन्न होने के आसार है।
गौरतलब है कि जिस प्रकार से अभी कन्हर नदी की स्थिति हो गई है वैसी स्थिति अप्रैल माह के पहले पखवाड़े में होती थी परंतु अक्टूबर के बाद बरसात नहीं होने कारण नदी लगातार सूख रहा है अभी से ही नदी अत्यंत पतली धार में चलने लगा है। प्रतिदिन कन्हर नदी का पानी कम हो रहा है। नदी का पानी सूखते हुए झारखंड की ओर पतली धार में चल रहा है। नगर पंचायत की जल प्रदाय व्यवस्था कन्हर नदी पर आश्रित है प्रत्येक वर्ष मई में भीषण जल संकट उत्पन्न हो जाता है नगर पंचायत के सामने काफ ी परेशानी नियमित पेयजल सप्लाई करने में होती है जैसे तैसे नगर पंचायत के द्वारा नियमित पेयजल सप्लाई किया जाता है परंतु इस वर्ष फरवरी माह में ही नदी की स्थिति देखकर नगर पंचायत के भी हाथ पैर अभी से ही फूलने लगे हैं।
भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ी 9 करोड़ की एनीकट : नगर में भीषण पेयजल संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा कनहर नदी में एनीकट की स्वीकृति प्रदान की गई थी एनीकट के निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपय की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई परंतु एनीकट दो बार टूट गया और इसमें करीब 9 करोड रुपए लग भी गया सबसे मजेदार बात यह है कि अभी तक एनीकट का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ और यह एनीकट कभी भी नगरवासियों के उपयोग में नहीं आया है पुन: एक बार एनीकट शोपीस के रूप में तब्दील हो जाएगा।
बनने के साथ ही गेट थे खराब आज तक नहीं बने : एनीकट निर्माण के साथ ही एनीकट के गेट खराब हो गए थे जिससे पानी रिस रहा था परंतु एनीकट निर्माण के के बाद के एनिकट के गेट को बनाने की मांग कई बार जनप्रतिनिधियों एवं नगर वासियों के द्वारा की गई परंतु एनीकट के सुधार के नाम पर प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए का व्यारा नारा करने में जल संसाधन विभाग के अधिकारी लगे रहे। परंतु इसको सुधारने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
विधायक ने विस में उठाया था मामला : एनीकट बनने के पहले ही वर्ष में बारिश में बड़ा ही हिस्सा टूट गया था एनीकट के भ्रष्टाचार का मुद्दा तत्कालिक विधायक बृहस्पत सिंह ने विधानसभा में जोर-शोर से उठाया था जिसके बाद तत्कालिक कार्यपालन अभियंता को निलंबित कर दिया गया था वही एनीकट के भ्रष्टाचार की जांच की बात तत्कालिक जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के द्वारा विधानसभा में कही गई थी परंतु जांच ठंडे बस्ते में चला गया एवं भ्रष्ट अधिकारियों पर आज तक कार्यवाही ही नहीं हो पाई।
क्या कहते हैं नगर पंचायत अध्यक्ष : नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि फ रवरी माह में ही नदी का पतले धार में चलना हम सबके लिए चिंता का विषय है यदि इसी प्रकार पानी नदी में सूखता रहा तो मार्च माह में नदी पूर्णता सूख सकती है। पिछले वर्ष भी नदी सुखा था परंतु मई माह में हम लोगों के द्वारा नदी सूखने के बाद भी वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर नियमित पेयजल सप्लाई कराया था। श्री अग्रवाल ने कहा कि एनीकट निर्माण के बाद कभी भी यह जिस उद्देश्य बनाया गया था उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं कर पाया है एनीकट के गेट के मरम्मत की मांग कई बार हम लोगों के द्वारा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से की गई परंतु एनीकट का गेट आज तक नहीं सुधारा जा सका जिसे कनहर नदी सूखते के साथ एनीकट भी सूख जाता है।