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Arang Vidhan Sabha : इस सीट पर दोबारा विधायक चुनकर नहीं आया! पिछले चुनाव में जोगी कांग्रेस ने बीजेपी को बिगाड़ा था समीकरण

arang assembly election news : छत्तीसगढ़ के रायपुर की आरंग विधानसभा (Arang Vidhan Sabha) एससी आरक्षित सीट है। आरंग से वर्तमान में कांग्रेस के शिवकुमार डहारिया विधायक हैं, जो भूपेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री भी हैं। उन्होंने 2018 में बीजेपी के संजय ढीढी को भरी मतों से हराया था।

राजधानी से लगे होने के कारण यह सीट काफ ी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस सीट की खासियत यह रही है कि राज्य बनने के बाद यहां से कोई भी दोबारा विधायक चुनकर नहीं आया है। 2018 विस चुनाव में यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था। पिछली दफा स्व अजीत जोगी की पार्टी जेसीसी जे ने इस सीट पर 18 प्रतिशत वोट हासिल की थी। जेसीसी से उम्मीदवार रहे संजय चेलक को 27 हजार 903 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी को यहां 25 हजार 77 वोटों से हार मिली थी।

छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद से आरंग विधानसभा (Arang Vidhan Sabha) क्षेत्र का लगातार विधायक बदलता रहा है। जोगी सरकार के समय भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आने वाले आरंग विधायक गंगूराम बघेल मंत्री बनाए गए, लेकिन अगले चुनाव में आरंग के मतदाताओ ने गंगूराम को नकार दिया। आरंग से गंगूराम 1993 और 1998 में दो बार विधायक चुने गए थे।

2003 में भाजपा के संजय ढीढी जीते। 2008 में कांग्रेस से गुरु रुद्र कुमार विजयी हुए। 2013 में आरंग के मतदाताओं ने रूद्र कुमार को नकार दिया। फिर भाजपा के नवीन मारकंडेय ने यहां से जीत दर्ज की। 2018 में आरंग विधानसभा से बीजेपी ने संजय ढीढी को विधानसभा चुनाव में उतारा था। कांग्रेस के शिवकुमार डहरिया आरंग के लिए नए चेहरा थे। उन्होंने बीजेपी के संजय ढीढी को हराया।

शिवकुमार डहरिया ने सीट बदल-बदल कर लड़ा चुनाव : आरंग विधानसभा (Arang Vidhan Sabha) में कांग्रेस से शिवकुमार डहरिया फिर एक बार उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि शिव डहरिया 2003 से लेकर 2018 तक अलग-अलग सीटों से चुनाव लड़ चुके हैं। शिवकुमार डहरिया ने 2003 में पलारी विधानसभा, 2008 में बिलाईगढ़ और 2013 के चुनाव में डहरिया को बिलाईगढ़ सीट से चुनाव लड़ा था। यहां उन्हें हार मिली थी। इसके बाद 2018 में आरंग से चुनाव लड़ा और जीत गए।

आरंग विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे और समस्याएं : आरंग विधानसभा (Arang Vidhan Sabha) क्षेत्र में आज भी साफ -सफ ाई एक बड़ा मुद्दा है। संकरी गलियां का विकास, आवास, पेयजल की समस्या भी बनी हुई है। सब्जी बाजार की व्यवस्था भी नहीं है, जो लोगों के लिए परेशानी का सबब है। इसके अलावा अच्छी शिक्षा और रोजगार का मुद्दा भी छाया हुआ है। साथ ही आरंग शहर के पुरातात्विक मंदिरों का विकास ना किया जाना भी चुनावी मुद्दा है। हालांकि कांग्रेस सरकार ने इस क्षेत्र में जरूर थोड़ा काम किया है। कौशल्या मंदिर निर्माण सहित अन्य पुरातात्विक एवं धार्मिक स्थलों का विकास किया गया है। फि र भी क्षेत्र में बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

आरंग विधानसभा क्षेत्र का जातिगत समीकरण : आरंग विधानसभा (Arang Vidhan Sabha) के जातिगत समीकरण की बात की जाए, तो यहां से अनुसूचित जाति के 40 फीसदी मतदाता है। जबकि अनुसूचित जनजाति के 20 प्रतिशत मतदाता हैं। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के 30 प्रतिशत और सामान्य मतदाताओं का औसत 10 फ ीसदी है। इस तरह कहा जा सकता है कि विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति का दबदबा है।

मतदाताओं पर एक नजर
कुल मतदाता
2,01,938
पुरूष मतदाता
1, 02,133
महिला मतदाता
99,798
थर्ड जेंडर मतदाता
07

पिछले चार चुनाव का परिणाम
2018 विस चुनाव
शिवकुमार डहरिया कांग्रेस 69900
संजय ढीढी बीजेपी 44823


2013 विधानसभा चुनाव
नवीन मार्केंड्य बीजेपी 59067
रूद्र कुमार गुरु कांग्रेस 45293


2008 विधानसभा चुनाव
रूद्र कुमार गुरु कांग्रेस 34655
संजय ढीढी बीजेपी 33318


2003 विधानसभा चुनाव
संजय ढीढी बीजेपी 48556
गंगू राम बघेल कांग्रेस 30112

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