CG NEWS : एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB Action) की टीम ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, कोंडागांव में एक ही दिन में करीब आधा दर्जन रिश्वतखोर अफसरों को चढ़ावा लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। जिन अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ा गया। उनमें रेवेन्यू इंस्पेक्टर (आरआई), जल संसाधन विभाग के ईई, वन विभाग के डिप्टी रेंजर समेत अन्य शामिल हैं। एसीबी ने पीड़ित लोगों की शिकायत के बाद तस्दीक की और फिर रायपुर और बिलासपुर एसीबी यूनिट की टीम ने योजना बनाकर पकड़ा।
बिलासपुर में पहली कार्रवाई : जमीन के सीमांकन के लिए 2.50 लाख रुपए रिश्वत की मांग कर पहली किस्त 1 लाख रुपए लेते बिलासपुर के रेवेन्यू इंस्पेक्टर को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। तोरवा निवासी प्रवीण कुमार तरूण की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई।
प्रवीण कुमार की तोरवा में जमीन है, जिसके सीमांकन के लिए उसने नियमानुसार आवेदन पेश किया है। इस काम के लिए जूना बिलासपुर के आरआई संतोष कुमार देवांगन से संपर्क किया गया, तो आरआई ने सीमांकन के लिए 2 लाख 50 हजार रुपए रिश्वत मांगी। उसने पहली किस्त 1 लाख रुपए लेकर शुक्रवार को तहसील ऑफिस में बुलाया था। प्रवीण कुमार रिश्वत देना नहीं चाहते थे।
उन्होंने एसीबी में शिकायत कर दी। एसीबी की टीम ने सत्यापन कराया तो शिकायत सही पाई गई। इसके बाद ट्रैप करने के लिए टीम बनाई गई। इसी बीच, प्रवीण ने बिल्डिंग के पार्किंग में आरआई को एक लाख रुपए दिए। इसी दौरान एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा। उसके खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की गई।
रायगढ़ के घरघोड़ा में कार्रवाई : शुक्रवार शाम एसीबी (ACB Action) की टीम ने रायगढ़ जिले के घरघोड़ा के कुर्मीभौना के ग्रामीण से रिश्वत लेते हुए वन विभाग के डिप्टी रेंजर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। डिप्टी रेंजर ने ग्रामीण को जंगली मुर्गा मारने के मामले में फंसाने का डर दिखाकर आठ हजार रुपए मांगे थे। तीन हजार रुपए तुरंत ले लिए गए थे, बाकी पांच हजार देने के लिए लगातार पड़ रहे दबाव के बाद ग्रामीण ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की। एसीबी ने घरघोड़ा पहुंचकर आरोपी डिप्टी रेंजर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
जानकारी के मुताबिक कुर्मीभौना के जगमोहन मांझी झाड़-फूंक कर घरघोड़ा के जंगली इलाके से होते हुए घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में डिप्टी रेंजर मिलन भगत मिला। मिलन ने जगमोहन को रोककर जंगली मुर्गा मारने के केस में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी। इससे बचने के लिए आठ हजार रुपए की मांग की। किसी तरह तीन हजार रुपए की व्यवस्था की डिप्टी रेंजर को देकर वह घर लौट आया। इसके बाद भी डिप्टी रेंजर भगत उन्हें परेशान कर रहा था। उन्होंने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में कर दी थी।
अंबिकापुर में की कार्रवाई : छत्तीसगढ़ के सरगुजा में ACB की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक और सहायक मानचित्रकार को 35 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। दोनों अधिकारियों ने अनापत्ति प्रमाण-पत्र देने के लिए शिकायतकर्ता से 35000 रुपए की मांग की थी।
परेशान होकर शिकायतकर्ता ने ACB (ACB Action) अंबिकापुर को इसकी शिकायत की। शुक्रवार दोपहर ACB की टीम ने दोनों अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। दोनों को ACB की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।