Sarangarh-Bilaigarh News : छत्तीसगढ़ में एंट्री क्ररप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम लगातार रिश्वतखोरों को पकड़ रही है। इसी सप्ताह रायगढ़ जिले के किरोड़ीमल नगर पंचायत सीएमओ और दो दिन पहले कांकेर जिले के अमोड़ा तहसील में पदस्थ एक बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। इसके बाद भी सूबे में रिश्वतखोरी (Complaints Against Patwari) का मामला रूकने का नाम नहीं ले रहा है।
सरकारी नुमाइंदों को सरकार का भय ही नजर नहीं आ रहा है। अब छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के प्रभार वाले सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में एक पटवारी द्वारा किसान से 50 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। इसकी शिकायत जन समस्या निवारण शिविर में कलेक्टर से की गई है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत गुड़ेली में गुरुवार को जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें बरमकेला तहसील अंतर्गत ग्राम रंगाडीह निवासी डबल सिंह चौधरी पिता शौकलाल ने बताया कि हल्का पटवारी रामभरोस सिदार ने उसके समस्त खसरा नंबर को आनलाइन करने के बदले 50,000 रुपए की मांग की।
अपनी शिकायत में किसान ने बताया है कि रंगाडीह गांव में कुल खसरा नंबर 23, कुल रकबा 4.568 हेक्टेयर भूमि दर्ज है। वर्तमान में कुल खसरा नंबर 19 और रकबा 3.685 हेक्टेयर आनलाइन ही दर्ज है। शेष रकबा 0.883 हेक्टेयर और ग्राम गौरडीह में खसरा नंबर 314/2, रकबा 1.611 हेक्टेयर बंटवारा सूची में प्राप्त हुआ है, लेकिन हल्का पटवारी द्वारा रकबा 0.442 हेक्टेयर ही दर्ज किया गया।
इसे सुधार करने के लिए पटवारी से चर्चा की गई तो अवैध रूप से प्रति खसरा नंबर आनलाइन दर्ज करने के लिए 5000 हजार रुपये रिश्वत मांगी गई। किसान ने कलेक्टर से संबंधित पटवारी (Complaints Against Patwari)की शिकायत करते हुए जांच कर कार्रवाई करने की मांग करते हुए अपनी आनलाइन त्रुटियों को ठीक कराने की मांग की गई है।