Thursday, November 21, 2024
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Stock Market Crash : शेयर बाजार में मचा हाहाकार… निवेशकों के 3 लाख करोड़ स्वाहा

Stock Markets Today Crash : शेयर बाजार (Stock Market) में बीते सप्ताह जोरदार तेजी देखने को मिली थी और लगभग हर रोज सेंसेक्स-निफ्टी (Sensex-Nifty) ने नया रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इस सप्ताह के पहले दिन सोमवार को अचानक बाजार की रफ्तार पर ब्रेक (Stock Market Crash) लग गया और दोनों इंडेक्स बुरी तरह टूट गए.

मार्केट ओपन होने के साथ जहां एक ओर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा फिसल गया, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने भी 140 अंकों का गोता लगा दिया. इस बीच निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये स्वाहा (Stock Market Crash) हो गए.

दोपहर 12:45 के आसपास सेंसेक्स 977 अंकों की गिरावट लेकर 84,594 के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी 280 अंक गिरकर 25,897 अंकों पर चल रहा था. बैंक निफ्टी में तो 783 अंकों की गिरावट आई थी और ये 53,050 के स्तर पर था. मिडकैप और स्मॉलकैप भी दबाव में दिखाई दे रहे थे. India VIX (Volatility Index) 8% तक चढ़ा भी था.

बाजार पिछले दो हफ्तों से रिकॉर्ड हाई छू रहे थे या फिर रिकॉर्ड हाई के करीब ही थे. अभी पिछले हफ्ते हमने Nifty को पहली बार 26,000 के ऊपर निकलते हुए देखा. लेकिन यहां से सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में करेक्शन आता दिख रहा है. तेजी के बाद अब बाजार में मुनाफवसूली दिखाई दे रही है. लेकिन प्रॉफिटबुकिंग के अलावा, बाजार में गिरावट के पीछे कुछ और कारण भी हैं.

दरअसल, बाजार में गिरावट के पीछे FIIs (Foreign Institutional Investors) की बिकवाली तो लोकल ट्रिगर रही ही, क्योंकि शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,209.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे.

इसके अलावा ग्लोबल ट्रिगर्स के चलते बाजार में ज्यादा गिरावट रही. पहले तो, आज एशियाई बाजारों में बड़ी हलचल रही. जापान में Nikkei 1800 अंकों तक गिरा था, क्योंकि वहां नए प्रधानमंत्री के नाम के ऐलान के बाद ब्याज दरे तेजी से बढ़ाए जाने का डर बढ़ गया है, जिससे बाजार गिरे और सेंटीमेंट कमजोर हुआ.

हालांकि, बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते आई प्रॉफिटबुकिंग रही. इजरायल की ओर से ईरान समर्थित ताकतों पर लगातार हमलों से वहां संघर्ष और तनाव और बढ़ने की संभावना है, इसमें अमेरिका की और भी ज्यादा भूमिका बढ़ने की भी अटकलें हैं, ये बाजार के लिए बड़ा चिंता का विषय है.

वैसे तो महीनों से बाजार इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन वीकेंड पर हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को इजरायल की ओर से खत्म किए जाने के बाद से तनाव और ज्यादा बढ़ गया है. इससे निवेशक सतर्क हो गए हैं.