बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में वन विभाग की टीम ने पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को सागौन की तस्करी करते पकड़ा है। खास बात यह है कि उस फि ल्मी स्टाइल में डिप्टी डायरेक्टर एंबुलेंस खुद ड्राइव करते हुए सागौन की चिरान ले जा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, वन विभाग के सूचना मिली कि एंबुलेंस के जरिए सागौन की तस्करी की जा रही है। इस पर टीम ने भोपालपट्नम चेकपोस्ट पर रविवार शाम को चेकिंग शुरू की। इसी दौरान एक सरकारी एंबुलेंस क्रमांक सीजी 02-6384 तेज रफ्तार में बीजापुर की ओर जाती दिखाई दी। वनकर्मियों ने एंबुलेंस रोकी तो उसके ड्राइवर ने खुद का परिचय पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह के रूप में दिया। साथ ही जरूरी काम से बीजापुर जाने की बात कही। इसके बाद भी कर्मचारियों ने एंबुलेंस की जांच कराने को कहा। तलाशी के दौरान एंबुलेंस के अंदर सागौन की 4 नग लकडिय़ां बरामद हुईं। सरकारी वाहन में सागौन तस्करी की घटना से हड़कंप मच गया। फ ारेस्ट नाके पर भी लोगों की भीड़ जमा हो गई। बताया जा रहा है कि लकडिय़ों को लेकर डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। इस पर कर्मचारियों ने इसकी सूचना अफ सरों को दी और एंबुलेंस को जब्त कर लिया। इसके बाद लल्लन सिंह दूसरे वाहन से बीजापुर के लिए रवाना हो गए। लकडिय़ों को वन विभाग ने अपने काष्ठागार में रखवा दिया है।
रालापल्ली के जंगल से ली गई थी लकडिय़ां : सूत्रों के मुताबिक वाहन में सागौन का चिरान रालापल्ली के जंगल से भरा गया था। वन विभाग की टीम ने सागौन तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त किया है, लेकिन पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर की दबंगई की पूरे नगर में चर्चा है। अधिकारी के हौसले इतने बुलंद थे कि सरकारी वाहन में दिनदहाड़े सागौन लेकर जा रहे थे। गाड़ी भी खुद ही चला रहे थे। वनकर्मियों का कहना है कि अधिकारी की यह मंशा रही होगी कि एंबुलेंस में सागौन तस्करी की जाए तो किसी को भनक नहीं लगेगी।