Friday, October 18, 2024
Homeछत्तीसगढ़9 दिनों से चली आ रही संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का हड़ताल खत्म, शाम...

9 दिनों से चली आ रही संविदा स्वास्थ्यकर्मियों का हड़ताल खत्म, शाम तक काम पर लौटेंगे, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन पर हड़ताल खत्म करने का लिया गया निर्णय

रायपुर। पिछले 9 दिनों से नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सभी जिले में आज शाम तक स्वास्थ्यकर्मी काम पर लौटेंगे। अपनी एक सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के लगभग 13 हजार संविदा स्वास्थ्यकर्मी राज्य सरकार से आरपार की लड़ाई लडऩे का मन बनाकर पिछले 9 दिनों से हड़ताल कर रहे थे। इससे अस्पतालों के साथ कोविड 19 जांच व उपचार भी प्रभावित हो रही थी। हड़ताल का नेतृत्व कर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के पदाधिकारियों ने सोमवार की सुबह स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर चर्चा की। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री से सहमित पत्र भी लिया। इसे एनएचम की मिशन संचालिका को सौंपा जाएगा। इसके बाद सभी स्वास्थ्यकर्मी अपने-अपने क्षेत्र में ज्वाइंनिंग करेंगे। साथ ही हड़ताल अवधि में जितनी भी कार्रवाई की गयी है, उसे भी शून्य किया जाएगा। बता दें कि हड़ताल पर जाने वाले संविदा कर्मियों को कई जिलों में बर्खास्त कर दिया गया था। हड़ताल का नेतृत्व कर रहे पदाधिकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया है कि उनके नियमितिकरण सहित अन्य मांगों को पूरा करने के लिए वो कृत संकल्पित हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात को स्वीकार किया कि घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष के नाते उनकी नैतिक जिम्मेदारी उन मांगों को पूरा कराने की है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्यवकर्मियों की मांगों को लेकर प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों का जिक्र है। लिहाजा स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन पर विश्वास जताते हुए स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी हड़ताल स्थगित की है। आपको बता दें कि 9 दिन से स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल चल रही थी। हड़़ताल की वजह से स्वास्थ्य का काम काफी प्रभावित हो रहा था। कोरोना की टेस्टिंग से लेकर उपचार तक की व्यवस्था में काफी दिक्कत आ रही थी। लिहाजा आज से काम पर लौटने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों की स्थिति सुधरेगी, ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है।