कोंडागांव। देखने में यह किसी आम गारमेंट फैक्ट्री जैसी ही है। लेकिन है, बेहद खास। वजह? नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोंडागांव में यह फैक्ट्री 228 से ज्यादा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। नाम है- कोंडानार गारमेंट फैक्ट्री। जिले के कोंडनार गांव में इसी साल फरवरी महीने में यह फैक्ट्री शुरू हुई थी। जो अब तक 11 करोड़ रुपए कीमत की कपड़े सिल कर महिलाएं निर्यात कर चुकी हैं। कलेक्टर दीपक सोनी के द्वारा जिले में स्थापित कोंडनार गारमेंट फैक्ट्री अंतर्गत निर्मित कपड़ो के 9वीं खेप की रवानगी गुरूवार को किया गया। इस खेप के साथ ही कोंडानार गारमेंट फैक्ट्री द्वारा कुल 10 लाख कपड़ों की सप्लाई को पूर्ण कर लिया गया है। जिसका बाजार मूल्य लगभग 11 करोड़ रुपए का है। जिला कलेक्टर में इस उपलब्धि हेतु गारमेंट फैक्ट्री में कार्यरत महिलाओं को बधाई देते हुए आगे और भी बेहतर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने महिलाओं से चर्चा करते हुए उनसे फीडबैक जाना और फैक्ट्री के अधिकारियों को भी इसके लिए बधाईयां दी। ज्ञात हो कि कोंडानार गारमेंट फैक्ट्री को फरवरी माह में प्रारंभ किया गया था, जिसमें वर्तमान में 228 महिलाएं कार्यरत हैं और अपनी आजीविका चला रही हैं। इस उपलक्ष्य में कलेक्टर द्वारा हितग्राहियों को दीपावली की बधाई देते हुए सभी को मिष्ठान वितरित किया। इस अवसर पर जिला रोजगार अधिकारी पवन नेताम सहित अन्य अधिकारी एवं फैक्ट्री में कार्यरत् महिलाएं उपस्थित रहीं।