![](https://i0.wp.com/rajdhanitimescg.in/wp-content/uploads/2020/09/index-61.jpg?fit=195%2C259&ssl=1)
![संजय चौधरी](https://rajdhanitimescg.in/r3e/uploads/2021/10/daa81a1b-166c-4d6b-8b95-8e19572288e1.jpg)
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम और सौरभ गांगुली के फैंस को 18 सितंबर का दिन जरूर याद होगा। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली को उनकी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ साल 1997 में एक वनडे मैच में उन्होंने कमाल की गेंदबाजी से जीत दिलाई। भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी मुकाबला हो, रोमांच चरम पर ही होता है और ऐसा ही टोरंटो में दौरे के तीसरे वनडे में देखने को मिला। भारत और पाकिस्तान के बीच सीरीज के तीसरे वनडे में सौरभ गांगुली ने बल्लेबाजी करते हुए केवल 2 रन बनाए और वह टीम के पहले विकेट के तौर पर आउट हो गए। दिग्गज सचिन तेंडुलकर की कप्तानी में खेल रही भारतीय टीम ने 6 विकेट पर 182 रन बनाए जिसके बाद गांगुली ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और 36.5 ओवर में ही पाकिस्तानी टीम 148 रन पर ढेर हो गई। टीम इंडिया ने यह मैच 34 रन से जीता। भारतीय टीम के लिए मोहम्मद अजहरूद्दीन ने सर्वाधिक 67 रन का योगदान दिया। उनके अलावा रोबिन सिंह ने नाबाद 32 रन और राहुल द्रविड़ ने 25 रन बनाए। 183 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने अच्छी शुरुआत की और सईद अनवर और शाहिद अफरीदी ने मिलकर पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े लेकिन फिर जो विकेट गिरने के सिलसिला शुरू हुआ तो हार के साथ ही खत्म हुआ। अफरीदी ने सर्वाधिक 44 रन बनाए। गांगुली ने मीडियम पेस से 10 ओवर में मात्र 16 रन देकर 5 विकेट झटके। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
![](https://i0.wp.com/rajdhanitimescg.in/wp-content/uploads/2024/06/WhatsApp-Image-2024-06-05-at-09.59.08_e366e518.jpg?fit=1031%2C1600&ssl=1)