जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से दिल को दहला देने वाली एक सनसनीखेज वारदात सामने आया है। जहां एक मासूम बच्चे की बेहरमी से हत्या कर उसकी लाश को दफन कर दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि इस वारदात को 8 व 15 साल के दो सगे भाईयों ने मामूली बात के लिए अंजाम दे दिया। घटना आस्ता थाना क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक 26 सितंबर को आस्ता निवासी 6 वर्षीय एक बालक अपने बड़े भाई के साथ नदी की तरफ गया था। वहां कुछ देर रूकने के बाद अपने बड़े भाई को नदी की तरफ मछली मारने जा रहा हूं कहकर यह बालक नदी के डूबादाह नामक स्थान पर चला गया। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। परिवार वालों ने अपने स्तर पर खोजबीन की पर कुछ पता नहीं चल सका। लापता बालक के बड़े भाई ने उस वक्त डूबादाह नामक स्थान पर गांव के ही दो भाईयों को बंशी डंडा लेकर मछली मारते हुए देखा था। इसलिए पुलिस ने लड़के के बड़े भाई के बताए अनुसार डूबादाह में पहले से मछली मार रहे 15 वर्षीय व 8 वर्षीय दोनों बालकों से बारीकी से पूछताछ की तो घटना पर से पर्दा उठा। आरोपी लड़कों ने बताया कि 26 को 6 वर्षीय बालक मछली मारने डूबादाह पहुंचा। उसके पास मछली पकड़ने वाली बंशी नहीं थी। बंशी मांगी तो उन्होंने मना कर दिया। ऐसे में वह पानी में बड़ा सा पत्थर फेंककर भागा। इससे मछलियां नीचे चली गईं। गुस्साए नाबालिगों ने बच्चे को पकड़कर को चट्टान से नीचे फेंकने के बाद सिर पर बड़ा पत्थर मारा फिर घायल की शर्ट खोली और उसी से उसका गला दबा दिया। 15 वर्षीय किशाेर ने हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने में 8 वर्षीय छाेटे भाई की मदद ली। डूबादाह में मछली पकड़ने के लिए अन्य ग्रामीणों से बचने लाश को छिपाकर रखा। ग्रामीणों के जाने पर एक भाई बस्ती जाकर फावड़ा ले आया। डूबादाह के पास गड्ढा खोदा और लाश दफना दी। दोनों नाबालिग भाईयों से घटना की जानकारी मिलने के बाद कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पुलिस ने दोनों भाईयों की निशानदेही पर गड्ढे से लाश को बरामद किया। आरोपियों ने चट्टान पर लगे खून के निशान को मिटा दिएा। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।