रायपुर। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए हरियाणा कांग्रेस के 28 विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजा गया है। गुरूवार शाम को एक विशेष विमान से इन विधायकों को दिल्ली से रायपुर भेजा गया। एयरपोर्ट से सीधे इन्हें बस में नया रायपुर स्थित एक रिसॉर्ट में ले जाया गया। जहां पुलिस ने इस रिसॉर्ट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों पर 10 जून को होने वाले मतदान से पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी की है। हरियाणा से कांग्रेस के 31 में से 28 विधायक गुरुवार दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंचने वाले विधायकों की बैठक पार्टी के सीनियर नेता केसी वेणुगोपाल ने हुड्डा निवास पर ली। तीन बजे पार्टी हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल भी विधायकों से मिले। उसके बाद 28 विधायकों को पहले बस से एयरपोर्ट लाया गया। उसके बाद उन्हें विमान के जरिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर रवाना किया गया। हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। बीजेपी से कृष्ण लाल पवार और कांग्रेस से अजय माकन ने नामांकन दाखिल किया। वहीं, पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरने से मुकाबला रोचक हो गया है। बीजेपी की सहयोगी जेजेपी ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन देने का ऐलान किया है, लेकिन माकन की राह कांग्रेस विधायकों की नाराजगी ने चिंता बढ़ा दी है। इसमें एक नाम कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा ता तो दूसरा नाम कुलदीप बिश्नोई का है। बता दें कि सूबे की विधानसभा में कुल 90 सीट हैं, जिनमें से बीजेपी 40 विधायक, कांग्रेस के 31 विधायक, जेजेपी के 10 विधायक तो सात निर्दलीय विधायक हैं। इनेलो का एक विधायक और एक अन्य का विधायक है। इस तरह से एक राज्यसभा सीट के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी। बीजेपी के एक सीट जीतने के बाद 9 एक्सट्रा वोट बचेंगे जबकि कांग्रेस के सभी विधायक अगर एकजुट रहे तो अजय माकन जीत सकते हैं, लेकिन जिस तरह से जेजेपी, बीजेपी कार्तिकेय साथ आए हैं, इससे कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है।
पूर्व सीएम ने कसा तंज : हरियाणा के विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजे जाने पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के अंदर विश्वसनीयता इतनी समाप्त होते जा रही है कि हरियाणा के अपने ही लोग डर के भाग रहे हैं। सवाल इस बात का है कि वहां के लोग अपनी पार्टी से ही अपने को असुरक्षित महसूस क्यों कर रहे हैं? समझा जा सकता है ऐसे में क्या होगा कांग्रेस पार्टी का विश्वास आपस में ही समाप्त हो गया है। एक दूसरे के प्रति अविश्वास करते हैं। कांग्रेस के अंदर संगठन में जो सबसे खराब स्थिति आई है। वह अविश्वास के कारण है।