बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में शुक्रवार को हो रही नाबालिग लड़की शादी में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस और चाइल्ड लाइन व अधिकारियों की टीम वहां पहुंच गई। जब अधिकारियों की टीम पहुंची तो वहां बारात पहुंचने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही जिला प्रशासन की टीम पहुंच गई और लड़की पक्ष को समझाइश दी और लड़की के बालिग होने पर शादी करने कहा। लिहाजा दूल्हे को बिना दुल्हन के वापस घर लौटना पड़ा। जानकारी के मुताबिक बलौदा बाजार जिले के सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम किरवई में नाबालिग लड़की के शादी होने की सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन सेवा के निःशुल्क 1098 नंबर पर प्राप्त हुई। जिला परियोजना अधिकारी एल आर कच्छप के निर्देश में एक संयुक्त जांच दल बाल विवाह रुकवाने के लिए पहुंची। दल में महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, पुलिस विभाग एवं चाईल्ड लाईन के सदस्य मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने मौके पर जाकर नाबालिग का विवाह रुकवाया। साथ ही परिवार के सदस्यों को समझाइश देकर विवाह नही करवाने के निर्देश दिए गये। जिस पर परिजनों ने भी सहमति देकर शादी नहीं करनें की बात कही। इसके साथ ही टीम द्वारा परिजनों को 18 वर्ष की निर्धारित आयु पूर्ण होने के उपरांत ही शादी करने का शपथ पत्र भरवाया गया। कानून नियम तोड़ने पर वैद्यानिक कार्यवाई की चेतावनी दी गई है। चाईल्ड लाईन 1098 सेन्टर कोआडीनेटर रेखा शर्मा ने बताया कि 30 अप्रैल को बारात आने वाली थी। टीम ने बाल विवाह कराने पर कानूनन सजा के बारे में परिजनों को विस्तृत से अवगत कराया। साथ ही टीम ने बताया कि लड़की की आयु 18 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत ही विवाह किया जावे। उक्त आदेश की अवहेलना पर सम्बन्धितों पर कानूनी कार्यवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई है।