रायपुर। पिछले कई दिनों से गैंगरेप और बलात्कार की घटनाएं हर दिन सुनने में आ रही हैं। इन सब में एक चीज कॉमन है और वह है कि यह सारी घटनाएं रिश्तों को कलंकित करती हैं। इन सबके बीच बड़ा सवाल है कि इंसानी रिश्तों, मानवीय मूल्यों और मर्यादाओं के बीच वे कौन से कारण हैं जिनसे बार-बार रिश्ते कलंकित होते हैं? इन सबके बीच समाज में कहीं न कहीं एक बड़ी खाई तो है जिसकी पड़ताल जरुरी है। इंसानियत का रिश्ता इंसानों को जानवरों से अलग करता है। लेकिन इंसान उस रिश्ते की ही बलि चढ़ा दे तो फिर फर्क क्या रहेगा? शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता होगा जबकि खबरों में रिश्तों के कलंकित होने की खबरें न होती होंगी। सोमवार को छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर और रायगढ़ जिले से ऐसी तीन खबरें आई है। इन मामलों ने रिश्तों को तार-तार कर के रख दिया है। जहां एक नशेड़ी पिता अपने ही बेटी से ढाई साल तक दुष्कर्म करता रहा तो दूसरी घटना में एक युवक ने 13 साल की मासूम पड़ोसी के साथ बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। वहीं छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक दुष्ट पिता ने अपने 9 महीने के मासूम की बेहरमीं से हत्या कर दी।
पहली घटना : एक कुकर्मी बाप अपनी ही बेटी को अपने हवस का शिकार बना लिया। राजधानी रायपुर के उरला क्षेत्र में रहने वाले पिता ने पिछले ढाई साल तक अपनी ही बेटी को अपने हवस का शिकार बनाता रहा। रविवार को युवती व उसकी मां ने कलयुगी बाप के इस करतूत की शिकायत थाने में की तो पुलिस ने सोमवार को कुकर्मी बाप को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, करीब ढ़ाई साल पहले आरोपी ने नशे की हालत में पहली बार अपनी ही बेटी के साथ जबरदस्ती की। उस वक्त लड़की की उम्र 15-16 साल थीं। पेशे से ड्राइवर ने तब मारपीट करके बेटी को डरा दिया। बच्ची ने भी किसी ने कुछ नहीं कहा। कुछ दिन बाद फिर रात के वक्त इसी हरकत को पिता ने दोहराया। इसके बाद कई बार जब लड़की मां घर पर नहीं होती थी आरोपी बेटी के साथ अश्लील हरकत करता रहा। बेटी ने इसके बाद ये बातें मां को बता दीं। कई दिनों से बाप की दरिंदगी झेलने से परेशान बेटी और उसकी मां ने अब पुलिस से मदद मांगी, तब जाकर इस कलयुगी पिता के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया।
दूसरी घटना : 13 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी का शर्मसार करने वाला मामला राजधानी रायपुर के खमतराई इलाके से सामने आया है। जहां पड़ोसी युवक ने ही मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। 20 वर्षीय आरोपी युवक नाबालिग लड़की को कभी से जान से मारने की धमकी तो कभी बदनामी का डर दिखाकर पिछले कुछ महीनों से शोषण कर रहा था। रविवार को नाबालिग लड़की के भाई नेे आरोपी को करतूत को रंगेहाथ पकड़ लिया तो मामला खुला। जानकारी के मुताबिक, दुष्कर्मी सुखदेव बंजारे (20 साल) बच्ची के पड़ोस में ही रहता है। जहां उसका आना जाना रहता था। कुछ महीने पहले घर पर बच्ची को अकेला पाकर इसे मौके का फायदा उठाया। गलत नीयत से बच्ची को छुआ और फिर डराने लगा। कई महीनों तक यह चलता रहा। मौका पाकर कई बार इसने बच्ची के साथ जबरदस्ती की। डर की वजह से बच्ची ने बात घर वालों को नहीं बताई और चुपचाप सब सहती रही। रविवार को भी बच्ची के साथ गलत हरकत कर रहा था, तभी नाबालिग का भाई वहां आ गया। बहन के साथ अश्लील हरकत करते देखा तो फौरन आरोपी को पकड़कर घर के दूसरे लोगों और मोहल्ले वालों को जानकारी दी। मामला थाने पहुंचा और पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
तीसरी घटना : दिल को दहलाने वाली तीसरी घटना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की है। जहां बेरहम पिता ने अपनी पत्नी को मार नहीं सका तो 9 माह के मासूम की टांगी मारकर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ के आदिवासी बाहुल्य इलाके कापू थाना क्षेत्र के कमरई मांझापारा निवासी धोनूराम मांझी (20 साल) ने सुबह 11 बजे अपनी पत्नी से खाना मांगा। पत्नी ने कहा थोड़ा इंतजार करें, अभी खाना नहीं बन पाया है। इस पर वह भड़क गया। उसने टांगी उठाई और पत्नी की तरफ लपका। उसकी पत्नी किसी तरह जान बचाकर भाग निकली। घर में धोनू राम का 9 महीने का बेटा राकेश सोया हुआ था। पत्नी के भागने पर धोनू ने गुस्सा अपने मासूम बेटे पर उतारा। टांगी से उसके पेट पर वार किया। मासूम ने कुछ मिनट में ही दम तोड़ दिया। दुष्ट पिता को पुलिस ने धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।