Friday, November 22, 2024
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राशन कटौती से परेशान हुए राशन विक्रेता, अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन

बरमकेला। छत्तीसगढ़ के नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला जनपद पंचायत क्षेत्र के शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का पिछले छ: वर्षों के ऑनलाइन स्टॉक का हवाला बताकर प्रशासन द्वारा बिना सूचना के मौजूदा महीने का खाद्यान्न की एकमुश्त कटौती करके भंडारण दिया गया है। ऐसे में पूर्णरूपेण भंडारण के अभाव में हितग्राहियों को राशन वितरण करने में कठिनाई होते देख राशन विक्रेता संघ बरमकेला द्वारा कलेक्टर सारंगढ़ बिलाईगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया। इस पर कलेक्टर ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दी है। कलेक्टर सारंगढ़- बिलाईगढ के पास बरमकेला क्षेत्र के राशन विक्रेता संघ के कमल नारायण पटेल, विद्याधर पटेल, सुरेश ईजारदार, कमल गुप्ता व अन्य पहुंचे थे। उनका कहना थाकि शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को पीओएस मशीन की व्यवस्था कराई गई है और चावल, शक्कर, नमक आदि राशन सामग्री का वितरण हितग्राही के फिंगर प्रिंट लेने के बाद ही दिया जा रहा है। वही छ: वर्षों पहले की आनलाइन स्टाक बताकर बगैर पूर्व सूचना के सभी दुकानों पर चावल की एकमुश्त कटौती करके भेज दिया गया है। अब मौजूदा महीने की खाद्यान्न वितरण करने में भारी परेशानी हो रही है। क ई बार तकनीकी खराबी के चलते ग्रामीण हितग्राहियों को मैन्युअल में वितरण किए गए हैं इसकी त्रुटिपूर्ण एन्ट्री दर्ज हो गई जिसकी भौतिक सत्यापन कर सुधारने की मांग रखी। इतना ही नहीं पहले खाद्यान्न प्राप्ति टेबलेट में दुकान संचालकों के अलावा अन्य माध्यमों से किया जाता रहा जिससे स्टाक में आवश्यक वृद्धि कर दी गई है। विक्रेता ने कलेक्टर को बताया कि हमेशा सर्वर समस्या के कारण एक दिन 15-20 हितग्राहियों को राशन वितरण कर पा रहे हैं और उनका अब तक कमीशन की राशि जमा नहीं कराई गई है। इन सभी तथ्यों को सुनकर कलेक्टर डा फ तिमा आलम ने उच्च अधिकारियों से चर्चा कर निदान कराने की बात कहीं है।

 

 

पहले मौखिक आदेश, अब जांच में आनाकानी : संचालकों का कहना है कि भौतिक सत्यापन ऐसे दुकानों का हो रहा है जो संलग्न दुकान है। जबकि जिसका पूर्व से दुकान संचालित है उन दुकानों का जांच नहीं कर रहे हैं खाद्य अधिकारी। वही यही अधिकारी कोरोना काल में मौखिक आदेश दे दिए थे कि जिनका फिंगर प्रिंट न आए उसे भी चावल बांटे जाए। अब मैन्युअल को जांच में नहीं ले रहे हैं।

 

 

किश्त में करें कटौती : यदि राशन कटौती ही करना है तो किश्त में दो या चार बार करके किया जाए। क्योंकि क ई ऐसे दुकान है जो पहले कोई चला रहा था और अब कोई दूसरा। ऐसे में पहले वाले की भरपाई कैसे अचानक से हो पाएगी।

 

 

क्या कहता है संघ : राशन विके्रेता संघ बरमकेला के अध्यक्ष कमल नारायण पटेल ने कहा कि राशन कटौती बिना सूचना के भण्डारण कराया जाना गलत है और अनेकों समस्याएं आ रही है वितरण करने में। सभी तथ्यों को कलेक्टर को बताए तो उन्होंने आगे बात करके कार्रवाई करने का आश्वासन दिए हैं।