रायगढ़। अधिवक्ता संघ रायगढ़ की ओर से एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि रायगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से तहसील कार्यालय के कुछ कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अधिवक्ताओं के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है और एफ आईआर करवाने का दबाव भी बनाया जा रहा है। अधिवक्ता संघ की ओर से बताया गया कि एक फैब्रिकेटेड वीडियो घटना दिनांक के लगभग सप्ताह भर बाद अचानक ही प्रकट होता है और उसके माध्यम से पहले विभिन्न माध्यमों से वायरल करा कर एक अधिवक्ता को बदनाम किया जाता है। फि र अपने कार्यालय के एक कर्मचारी पर दबाव बनाते हुए अधिवक्ताओं पर एफ आईआर कराने के लिए थाने भेजा जाता है। रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से स्पष्ट किया गया है कि गुरूवार को एक आवेदन तहसील कार्यालय के एक कर्मचारी द्वारा थाने में भेजने की बात कही जा रही है जिसमें एडवोकेट आशीष मिश्रा पर मामला दर्ज किए जाने संबंधी बातें कही जा रही हैं। जबकि यह वहीं तथाकथित पीडि़त कर्मचारी हैं जिसने सप्ताह भर पूर्व ही कुछ अन्य अधिवक्ताओं के खिलाफ एफ आईआर के लिए थाने में आवेदन किया था, लेकिन अधिवक्ता आशीष मिश्रा का नाम शिकायत में शामिल नहीं था। अधिवक्ता संघ का कहना है कि तहसील कार्यालय के प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी अधिवक्ता आशीष मिश्रा को बखूबी जानते पहचानते हैं। बावजूद इसके तथाकथित पीडि़तों की ओर से पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र और अपने बयान में अधिवक्ता आशीष मिश्रा के नाम का कहीं पर भी उल्लेख नहीं है। फैब्रिकेटेड वीडियो जारी करवाकर अधिवक्ता संघ के आंदोलन को प्रभावित करने के उद्देश्य से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से तहसीलदार सुनील अग्रवाल दबाव बनाते हुए थाने में शिकायत करवाई जा रही है इसे अधिवक्ता संघ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा। अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि तहसीलदार के कॉल डिटेल की जांच की जाए तो सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ जाएगा और तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से रचे जा रहे हैं षड्यंत्र का खुलासा हो जाएगा।