Friday, November 22, 2024
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यहां बिना चढ़ावा डेथ बॉडी को हाथ तक लगाने नहीं दिया जाता, शिकायत मिली तो प्रबंधन ने अब…

रायगढ़। मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल के मच्र्युरी में रखी लाश के नाम पर पैसों की मांग करने वाले स्टाफ की अब खैर नहीं होगी। डेथ बॉडी  ले जाने आने परिजनों से पैसों की डिमांड करने की लगातार मिल रही शिकायत के बाद मेकाहारा प्रबंधन ने इसे काफी गंभीरता से लिया है और मरच्यूरी में इस आशय का नोटिस भी चस्पा कर दिया है।भले ही जिला चिकित्सालय अब मेडिकल कालेज से संबद्ध हो गया है मगर अब भी यहां के स्टाफ की मनमानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। खासकर यहां के मरच्यूरी रूम की व्यवस्था में अब तक सुधार नहीं हो सका है। यहां अब भी लाश चढ़ावा दिये लाश को हाथ नहीं लगाने दिया जाता। रायगढ़ एक औद्योगिक जिला है। यहां आये दिन सड़क हादसे होते रहते हैं और लोग काल का ग्रास बनते हैं। रोजाना जिला अस्पताल के मरच्यूरी में दोचार लाशें पड़ी रहती हैं। इसमें एक्सीडेंटल से लेकर सुसाईड के भी केस रहते हैं। पीएम होने के बाद जब परिजन जब लाश लेने यहां पहुंचते हैं तो यहां मौजूद स्टाफ की ओर से उनसे खर्चापानी के लिए पैसों की मांग की जाती है। चूंकि मामला मौत का होता है, ऐसे में अधिकांश लोग गमगीन माहौल में बहस करने की बजाये स्वीपर आदि को पैसे देकर चले जाते हैं।

शिकायत पर हरकत में आया प्रबंधन: ऐसे में अस्पताल प्रबंधन तक यह बात पहुंच ही नहीं पाती कि मरच्यूरी के स्टाफ किस कदर लोगों को परेशान करते रहे हैं मगर गत दिनों ऐसे ही एक मामले की शिकायत एक शख्स ने अस्पताल प्रबंधन से कर दी है जिसके बाद प्रबंधन भी अब मामले को लेकर गंभीर हो गया है। बताया जाता है कि गत दिवस मरच्यूरी रूम से लाश ले जाने को लेकर पैसों की डिमांड किये जाने को लेकर एक शख्स का वहां के स्टाफ से विवाद हो गया। बात बढ़ गई और उसने मेकाहारा अधीक्षक से इसकी शिकायत कर दी।

बिना रसीद कोई पैसा दें: मरच्यूरी रूम से रही शिकायत को मेकाहारा के अधीक्षक ने काफी गंभीरता से लिया है और मरच्यूरी रूम के बाहर एक नोटिस चस्पा करा दिया है जिसमें आम लोगों से अपील की गई है कि लाश के नाम पर किसी को भी पैसे दें, कोई पैसों की मांग करता है तो उससे रसीद मांगे। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अगर यहां कोई भी किसी प्रकार की सेवा के बदले पैसों की मांग करता है और उसका रसीद नहीं देता तो ऐसे मामलों की अस्पताल प्रबंधन से शिकायत करें ताकि संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।