Thursday, November 21, 2024
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माशिमं की गलती का खामियाजा भुगत रहे गरीब तबके के छात्र, 1 हजार रुपए का डाला अतिरिक्त बोझ, पालकों की मांग- माफ हो शुल्क, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष का जताया आभार

अंकिरा। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के  विकासखंड फरसाबहार के हायर सेकेंड्री स्कूल में 12वीं बोर्ड की प्राइवेट परीक्षा देने वाले छात्रों को इस वर्ष परीक्षा देने के लिए अब  करीब 1 हजार रूपये अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। दरअसल,  छग माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा फरसाबहार हाई स्कूल के लिये पोर्टल बंद कर दिया गया जिससे कई विद्यार्थी फार्म भरने के लिये दर-दर भटक रहे और हाई स्कूल फरसाबहार के चक्कर लगा रहे थे। पोर्टल नहीं खुलने से कई निराश होकर वापस चले गए थे। इसकी जानकारी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय को हुई तो उन्होंने माशिमं के अफसरों से चर्चा की। इसके बाद पोर्टल 15 नवंबर से खोल दी गई है। हर वर्ष करीब 50 से 60 छात्र प्राइवेट परीक्षा का फार्म भरते थे। पोर्टल नहीं खुलने के कारण अब छात्रों को विलंब शुल्क के साथ फार्म भरना होगा। 30 अक्टूबर तक सामान्य शुल्क था।15 नवम्बर तक 5 सौ रूपये का अतिरिक्त शुल्क,अब 30 नवम्बर तक 1 हजार रूपये का अतिरिक्त शुल्क हो गया है। क्षेत्र के प्राइवेट देने वाले विद्याथियों एवं इनके अभिभवको की मांग है की फरसाबहार के विद्यार्थीयों से विलंब शुल्क को माफ किया जाए। क्योंकि ये छात्रों की नहीं विभाग की गलती है जिसका खामियाजा गरीब व मध्यम वर्गीय तबके के लोग क्यों भुगते? वहीं पोर्टल खुलवाने के लिए बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय का स्थानीय छात्रों व पालकों ने आभार जताया है।

 

 

क्या कहते हैं प्राचार्य : 2010 से हमारी संस्था को अग्रेषण संस्था है। हर वर्ष प्राइवेट परीक्षा देने वाले विद्यार्थी फार्म भर रहे हैं। इस वर्ष पोर्टल नहीं खुलने के कारण बच्चे वापस चले गए। पोर्टल नहीं खुलने की जानकारी संभागीय कार्यालय छग मा.शिक्षा मण्डल को दी गई थी। अब 15 नवम्बर से पोर्टल खुल गया है जो भी प्राइवेट परिक्षा देने वाले विद्यार्थी है फार्म भर सकते हैं। हालांकि अब विलंब शुल्क के साथ फार्म भरना होगा।

हेमंत निकुंज, प्राचार्य हाई स्कूल फरसाबहार।