Sunday, November 24, 2024
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भाजपा सरिया मण्डल के कार्यकर्ताओं ने अटल जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया

सरिया. भारतीय जनता पार्टी रूपी वट वृक्ष के संस्थापक,भारत रत्न,पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की 98 वीं जयंती को सरिया मण्डल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सुशासन दिवस के रूप में मनाया। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आकाशवाणी रेडियो प्रसारण मन की बात कार्यक्रम के 96 वां संस्करण को मतदान केन्द्रों में देखा व सुना गया। गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर सरिया मण्डल के सभी 59 बूथों एवं 14 शक्ति केन्द्र मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किया गया। तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने ग्राम पंचायत मुख्यालयों में स्थित अटल चौक की साफ-सफाई की। इस मौके पर लोगों ने वाजपेयी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। 

अटल जी सर्वमान्य नेता थे : पूर्व प्रधानमंत्री,भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी सर्वमान्य नेता थे। देश ही नहीं विदेशों में भी वे काफी लोकप्रिय थे। एक आदर्श राजनेता के तौर पर मशहूर अटल बिहारी वाजपेयी पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 26 राजनीतिक दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने अपने आपको को राष्ट्रसेवा में समर्पित करते हुए भीष्म पितामह की तरह आजीवन विवाह न करने की प्रतिज्ञा किया था। इसलिए उनको राजनीति का भीष्म पितामह कहा जाता है। वे 10 बार लोकसभा सांसद एवं 02 बार राज्यसभा के सांसद रहे। यह बातें सरिया मण्डल भाजपा के अध्यक्ष परदेशी प्रधान, महामंत्री द्वय चूड़ामणि पटेल एवं राधामोहन पाणिग्राही ने स्व.अटल जी के जयंती के अवसर पर कहा है। उन्होंने बताया कि श्रद्धेय अटल जी ने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में किसानों के लिए केसीसी,स्वर्णिम चतुर्भुज योजना,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,सर्व शिक्षा अभियान,अंत्योदय व अन्नपूर्णा जैसे कई जनहितकारी एवं महत्वाकांक्षी योजना शुरू किया था जो अविस्मरणीय है। कार्यक्रम में ईश्वर साहू, पनिकराम सिदार, सीताराम पटेल, श्याम कुमार पटेल, लिंगेश्वर भोय, भागीरथी साहू, देवानंद सामल, बाबूलाल साहू, जुगल किशोर अग्रवाल, सौदागर यादव, शुकदेव दुआन, गोविन्द अग्रवाल, राधाकांत देहरी, लोकनाथ नायक, पवन साहू, रविन्द्र नायक, तुलाराम डनसेना, गोवर्धन निषाद, राजकिशोर पाणिग्राही, जनकराम पटेल, आत्माराम साहा, सुरेन्द्र साहा, स्वप्निल स्वर्णकार के अलावा ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता बंधुओं व प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।