रायगढ़ । पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। मौजूदा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के करीबी सूत्रों की माने तो साय की कुनकुरी पसंदीदा सीट है। आखिर ऐसा हो भी क्यों ना, क्योंकि कुनकुरी सीट विष्णुदेव साय का गृहक्षेत्र जो है। अपने 25 बरस के सियासी सफर में विष्णु साय का नाम उन चुनिंदा राजनेताओं में शुमार है जो किसी भी प्रकार के विवादों से अछूते रहे हैं। उन पर आज पर्यंत तक कोई व्यक्तिगत दाग नहीं लगा है। काजल की कोठरी में रहने के बावजूद उनकी पाक साफ छवि है। स्वभाव से सरल व गंभीर विष्णु साय की शालीनता उनके व्यक्तित्व का आभूषण है। बीते लोकसभा चुनाव 2019 में जब उन्हें रायगढ़ लोस से प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो उनके विरोधी मीन मेख निकालने में काफी हद तक सक्रिय थे। कुछ तो साय को चुका हुआ नेता के रूप में प्रचारित कर रहे थे मगर पिछले वर्ष जब उन्हें छग भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया तो ऐसे चेहरों को एक ही बार में माकूल जवाब मिल गया। विष्णु साय के कुनकुरी सीट से चुनाव लड़ने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। इसके पार्श्व में पर्याप्त तक विद्यमान हैं। विष्णुसाय ने अपना पहला विधानसभा चुनाव तपकरा क्षेत्र से लड़ा था। वहीं कुनकुरी साय का गृह इलाका है, इसके अलावा वर्ष 2013 के विस चुनाव में भी साय के भतीजे रोहित साय ने विजयश्री का वरण किया था। कुनकुरी में भाजपा के पास ऐसा एक भी चेहरा नहीं है जो विष्णु साय के सामने उन्नीस भी बैठता है। क्षेत्र की तरक्की के प्रति सतत सक्रिय विष्णु साय की इस स्थिति में कुनकुरी सीट प्राथमिकता में है तो इसमें न तो कुछ गलत है न ही किसी नजरिए से गैरवाजिब है।
पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह मेरे लिए शिरोधार्य है- हालांकि कुनकुरी से चुनाव लड़ने के संदर्भ में विष्णुदेव साय ने बड़ी विनम्रता पूर्वक अपनी दावेदारी से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का कर्मठ और अनुशासित सिपाही हूं। हमारी पार्टी में व्यक्तिगत फैसले नहीं लिए जाते हैं। नेतृत्व की सहमति पर ही हमारी पूरी सहमति है और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह मेरे लिए शिरोधार्य है।