दुर्ग। पूरी दुनिया को कोविड 19 ने अपनी जद में ले लिया है। सरकार लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील कर रही है। साथ ही कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क और दो गज की दूरी का पालन करने की बात भी लगातार कही जा रही है। राज्य सरकार अपनी पूरी मुस्तैदी और सतर्कता बरतने की अवाम से अपील करती नजर आ रही है, लेकिन कुछ लापरवाह स्वास्थ्य कर्मी इसके उलट ही काम कर रहे हैं। ऐसे ही स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही का एक मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से आया है। नर्स की इस लापरवाही पर बीएमओ ने सबसे पहले तो उसे टीकाकरण से हटा दिया है तो वहीं अब सख्त कार्रवाई करने के लिए सीएचएमओ को पत्र लिखा है। जानकारी के मुताबिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मेड़ेसरा में पदस्थ महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने टीकाकरण के बाद बचे 10 डोज वैक्सीन ढाबे पर आम आदमियों को लगा दिया। वैक्सीन की शार्टेज होने पर केंद्र प्रभारी ने पड़ताल की तो बुधवार को इसकी जानकारी मिली। पता चला कि अल्का गोस्वामी नाम की स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने 13 मई को टीकाकरण के लिए मिली 3 वॉयल वैक्सीन में 2 वॉयल यूज करने के बाद बचे 1 वॉयल वापस स्टोर में जमा नहीं किया। उसे अपने घर पर रख लिया। अगले दिन उसे मान्या केशरी के ढाबे पर आम आदमियों को लगा दिया। इस मामले की सूचना जब बीएमओ को मिली, वह हैरत में पड़ गए। संबंधित को फौरी तौर पर टीकाकरण से हटाते हुए सख्त कार्रवाई के लिए सीएमएचओ को पत्र लिखा है। बहरहाल इस पूरे मामले में जांच की जा रही है। उन लोगों को भी तलाशा जा रहा है जिन्हें यह वैक्सीन लगाई गई। फिलहाल नर्स से पूछताछ की जा रही है। वैक्सीन को महिला नर्स ने घर में कोल्ड स्टोरेज में रखा। इस वजह से उसके खराब होने की आशंका कम है, लेकिन मामले में जांच की जा रही है।