महासमुंद। भीषण गर्मी में जंगली जानवर भोजन व पानी की तलाश में गांव की ओर रूख करने लगे हैं। गुरूवार को बुंदेली जंगल से निकलकर एक हिरण बगारपाली के तालाब में पहुंच गया। काफी अंदर जाने से हिरण पानी में डूब गया। इस पर किसी की नजर नहीं पड़ी, लेकिन सुबह ग्रामीणों ने हिरण की लाश पानी में देखा तो इसकी सूचना वन विभाग को दी। ग्रामीणों की सूचना पर वन अमला की टीम मौके पर पहुंच गई है और मामले की जांच में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक, महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बगारपाली में सुबह ग्रामीण तालाब पहुंचे। जहां उनकी नजर एक हिरण पर पड़ी। ग्रामीणों ने सुध ली तो हिरण की मौत हो चुकी थी। आशंका है सुबह-सुबह हिरण का झूंड पानी पीने के लिए जंगल से निकल कर गांव की ओर रूख करते हुए तालाब में पानी पीने पहुंचे। इसी दौरान आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। आवारा कुत्तों से अपनी जान बचाने के लिए हिरण बहुत देर तक भागता रहा। तथा जान बचाने के लिए गांव के बगारपाली तालाब में छलांग लगा दी आवारा कुत्ते तालाब के किनारे उसके निकलने का घंटों इंतजार करते रहे।दौड़ दौड़ कर कर थक गए हिरण ने कुछ देर तक तालाब में तैर कर अपनी जान बचाने का प्रयास करता रहा, लेकिन अंतत: पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। इस घटना ने वन विभाग के पोल खोल कर रख दी है। बता दें कि राज्य सरकार द्वारा वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए करोड़ों रुपए का फंड आवंटित किया जाता है। गर्मी के दिनों में वन विभाग को जल के अंदर ही वन्य प्राणियों के पीने की पानी के लिए व्यवस्था करना होता है ताकि वे जंगल से निकल कर गांवों की ओर रुख न करें, मगर विभाग द्वारा कागजों में व्यवस्था दिखा कर करोड़ों रुपए हजम कर लिया जाता है और इसका खामियाजा बेजुबान जानवरों को अपनी जान गंवा कर चुकानी पड़ती है।