1 मास्क को मुंह और नाक में अच्छे से लगाकर, ना कि गले में लटका कर ।

2 लोगों से 2 मीटर की दूरी बनाकर मतलब भीड़ में न जाकर । 

3 साबुन से बार-बार 20 सेंकड तक हाथ धोकर। 

4 सार्वजनिक जगहों पर गंदगी न फैलाकर।

शोध में सामने आई यह बात: अनेक शोधों में भी यह बात सामने आई है कि वास्तव में इन तरीकों से हम कोरोना से बच सकते हैं। एशिया के अनेक देशों में मास्क पहनने का प्रचलन काफी पहले से है। जापान, कोरिया आदि में जुकाम से बचने के लिए लोग पहले से मास्क लगाते रहे हैं। यह उनकी संस्कृति का भी हिस्सा है। इतिहास के कुछ बुरे दौर जैसे फ्लू,प्रदूषण ने भी उन्हे बहुत कुछ सिखाया है।अब यह दौर भी हमें बहुत कुछ सीखा रहा है कि बिना मिले भी हमारा आपस का प्यार कम नही होगा, संचार की ढेर सुविधाएं जो हैैं। आज सबसे अधिक जरूरत है ,मास्क को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की ,वरना किस्संे- कहानियों, तस्वीरों में ही रह जाएंगे हम।

नहीं तो कहना पड़ेगा कि: बस फिलहाल यही कहना है ’रूख से ज़रा नकाब न उठाओ मेरे हुजूर’ वरना यही कहना पड़ेगा कि  ’राशिद तुम आ गए हो ना आखिर फरेब में, कहते न थे जनाब, जमाना खराब है।’