Friday, November 22, 2024
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नाबालिग की शादी के लिए सजाया था मंडप, टीम के डर से मण्डप उखाड़ कर भागे घर के लोग

सूरजपुर। कलेक्टर  रणबीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्दबेश सिंह सिसोदिया के मार्गदर्शन में बाल विवाह की सूचना मिलते तत्काल कार्यवाही की जा रही हैं। ग्रामीणों द्वारा सूचना प्राप्त हुई की ओड़गी विकासखण्ड के ग्राम-करौटी बी में दो नाबालिक लड़कियों का विवाह कराया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया के द्वारा संयुक्त टीम को जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल के नेतृत्व में तत्काल मौंके पर भेजा गया। जहां विवाह स्थल में पहुंचने पर दस्तावेज परीक्षण पर पाया गया कि बालिका का उम्र मात्र 16 वर्ष हो रहा है। समझाईष देने पर परिजन एवं ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। जिस पर सभी को बताया गया कि यह कानूनन अपराध माना जायेगा और जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है। तब बड़ी मशक्कत के बाद परिजन विवाह नहीं करने को राजी हुए। मौंके से लड़के पक्ष से जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बात किया तो पता चला कि लड़का भी 20 वर्ष का है। उन्हें भी फोन से समझाईस दी गई एवं बारात नहीं लाने की हिदायत दी गई।
सूचित दूसरे घर में टीम गई तो वहां मण्डप उखाड़ दिया गया था और यह पता चल जाने के कारण की विवाह रूकवाने टीम गांव में आई है। सभी घर छोड़ कर कहीं चले गये थे। बालिका भी घर पर नहीं थी। बहुत प्रयास करने के बाद भी कोई घर पर नहीं आया। मौंके पर उपस्थित सरपंच को बालिका एवं उनके परिजन को सूरजपुर भेजने की समझाईश दी गई।
बाल विवाह रोकने टीम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, पर्यवेक्षक मनीषा निराला, जिला बाल संरक्षण इकाई से सामाजिक कार्यकर्ता  अंजनी साहू, सरपंच  शीतल पैकरा, चौंकी प्रभारी चेन्द्रा अराधना बनौदे, प्रधान आरक्षक अनिल कुमार आरक्षक रामकुमार सिंह, शुशिला मिश्रा, आउटरिच वर्कर पवन धीवर, चाईल्ड लाईन से राधा यादव एवं अनवरी खातुन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।