कोरिया। छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू है। कोरिया जिले में धान खरीदी का जायजा लेने कलेक्टर विनय लंगेह ने आज एसपी त्रिलोक बंसल के साथ धान खरीदी केंद्र पटना तथा छिंदडांड का आकस्मिक निरीक्षण किया। खरीदी केन्द्रों में सभी व्यवस्थाओं का गहनता से जायजा लेते हुए उन्होंने समिति प्रबंधकों से धान खरीदी की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आवश्यक व्यवस्थाओं, धान खरीदी की दरों, फड़ की व्यवस्था, बारदानों की उपलब्धता की जांच की। उन्होंने कहा कि केंद्र में किसानों के लिए बैठक व्यवस्था, पीने के पानी तथा शौचालय की अच्छी व्यवस्था हो तथा सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था का भी जायजा लिया। कलेक्टर श्री लंगेह ने केन्द्रों में समिति प्रबंधकों से कुल पंजीकृत किसानों, नवीन किसानों तथा वनाधिकार पट्टा किसानों की जानकारी ली। बताया गया कि पटना खरीदी केन्द्र में कुल 2,102 तथा छिंदडांड में कुल 1,075 किसान पंजीकृत हैं। कलेक्टर ने कहा कि किसानों के लिए बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था हो तथा खरीदी दिवस पर ही धान की स्टैकिंग निर्धारित रूप से हो जाए, इसका ध्यान रखें। कलेक्टर ने धान बेचने आए किसानों से बात कर व्यवस्थाओं के सम्बंध में जानकारी ली। पटना खरीदी केंद्र में ग्राम रनई से धान बेचने आए किसान सियाराम साहू ने बताया कि उनके पास कुल 8 एकड़ भूमि है उन्होंने 2 नवम्बर को टोकन कटवाया था, अभी तौलाई की जा रही है तथा यहां केंद्र में अच्छी व्यवस्था है। इस दौरान कलेक्टर ने स्वयं अपने सामने आद्र्रतामापी यंत्र से धान की आद्र्रता की जांच करवायी तथा रैंडम बोरियों का तौल करवाया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में किसान को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
लापरवाही बरतने वालों पर हुई कार्रवाई : कलेक्टर ने धान खरीदी से सम्बंधित समस्त पंजियों की जांच की तथा बारदाने उपलब्ध कराए जाने से सम्बंधित पंजी का अलग से संधारण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने धान खरीदी केंद्र छिंदडांड में पंजी संधारण में लापरवाही बरतने वाले समिति प्रबंधक तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर को फटकार लगाते हुए नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी सम्बन्धित अधिकारी खरीदी केन्द्रों में व्यवस्थाओं हेतु निरंतर निरीक्षण करें, कोचियों-बिचौलियों पर निगरानी रखें।
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