रायपुर। महंगाई की मार झेल रही आम जनता को अब थाली में भी महंगाई झेलनी पड़ सकती है। बीते कुछ दिनों से प्याज की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सोमवार को राजधानी रायपुर में प्याज का भाव 50 रुपए किलोग्राम पर पहुंच गया है। जबकि पिछले महीने तक प्याज की कीमत 30 से 35 रुपए चल रही थी। कारोबारियों के अनुसार हाल के दिनों में महाराष्ट्र के इलाकों में बारिश हुई है। जिसके कारण कीमत में तेजी आई है। दूसरा कारण लगातार पेट्रोल डीजल के कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि भी है। प्याज की कीमतें मांग और आपूर्ति के नियम के साथ ही साथ डीजल की महंगाई से भी प्रभावित हो रहे हैं। पिछले महीनों में डीजल की कीमतें 20 रुपये तक बढ़ चुकी हैं। बता दें कि महाराष्ट्र की मंडियों से ही राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में प्याज की सप्लाई होती है। डीजलें की कीमतें बढ़ने के साथ ही ट्रांसपोर्टिंग चार्ज भी बढ़ रहा है। इसके चलते प्याज की कीमतों में दिनों दिन वृद्धि हो रही है। व्यापारियों के अनुसार पूरी संभावना है कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमत में उछाल आ सकता है।
राज्य शासन को फिर दखल देने की पड़ सकती है जरूरत: जब जब प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी होती है। इसके बाद बाजार में कालाबाजारी भी शुरू हो जाती है। बड़े व्यापारी अधिक मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक में रखना शुरू कर देते हैं। बाजार में प्याज की डिमांड को देखते हुए कीमत बढ़ा दी जाती है। हालांकि जब भी प्याज की कीमतें आसमान छूने लगती है। राज्य शासन ने समय समय पर दखल देते हुए कालाबाजारी पर रोक लगाने के साथ ही मार्केट में जिला प्रशासन की तरफ से प्याज की काउंटर खोल कर लोगों को सहुलियत देने की कोशिश की गई है। जिस तरह से प्याज की कीमतें बढ़ रही है। इसको देख कर लगता है कि एक बार फिर राज्य सरकार को दखल देने की जरूरत पड़ सकती है।