बीजापुर। छग का मौसम बदला हुआ है। पिछले दो दिनों से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश बदस्तूर जारी है। राजधानी रायपुर में भी शनिवार की रात से तेज बारिश हो रही है। यह बारिश नुकसानदायक साबित हो रहा है। बस्तर, बीजापुर और सुकमा जिले में लंगातार हो रही बारिश की वजह से एक बार फिर बाढ़ के हालात बन गए हैं। सबसे खराब हालात बीजापुर और सुकमा में हैं। बीजापुर जिला मुख्यालय टापू बन गया है। मिनगाछल नदी के बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे सड़क के ऊपर बह रहा जिससे जिला मुख्यालय का संभाग मुख्यालय जगदलपुर से संपर्क टूट गया है। इससे हाइवे में जाम लगा हुआ है। कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, डीएफओ समेत अन्य अफसर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं। लगातार तेज बारिश की वजह से बीजापुर का सीआपीएफ कैंप जलमग्न हो गया। देर रात करीब 3 सौ से भी अधिक जवानों को रेस्क्यू कर निकाला गया। बीजापुर में तो कई गांव तालाब बन गए हैं। नदी-नाले उफान पर हैं। कई गांवों को सड़कों से संपर्क कट गया है। नैमेड तालाब फूटने से जाम रहा राष्ट्रीय राजमार्ग 6 घंटे बाद बहाल किया जा सका है।
आफत बनकर बरस रही बारिश: बीजापुर में पिछले 8 दिनों से हो रही बारिश से आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित है। ज़िले के नदी नाले उफान पर है। दर्जनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। नगर के कुछ घरों में बारिश का पानी घूस गया। पुजारीपारा में एक स्कार्पिया पानी में बह गया। कोड़ेपाल में एक मकान के छत पर चार ग्रामीण फंसे हुए हैं। उन्हें वहां से निकालने के लिए राजस्व विभाग की टीम रेस्क्यू कर रहा है।
दर्जन भर से ज्यादा गांवों का संपर्क टूटा: बारिश की वजह से इंद्रावती सहित छोटे-बड़े नाले उफान पर है। बीजापुर-गंगालूर मार्ग पर पोंजेर, चेरपाल रपटे जलमग्न है, जिससे इस इलाके में एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं भोपालपटनम के चिंतावागु नदी के दूसरी ओर पामगल, मिनकापल्ली, उस्कलेड, कोट्टापली सभी पंचायतों का भी जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया।
कई जगह पड़े गिरे, पंचायत भवन भी टूटे: ग्राम मांझीगुड़ा का पुल टूट के बह गया है। जिले में भारी बरसात के चलते मोदक पाल नदी उफान पर है। कई जगह पेड़ गिरने से भोपालपट्नम रोड जाम हो गई है। बारिश के चलते ग्राम पंचायत गुदमा आश्रित ग्राम तुमला सुखराम कुरसम, बुधरू कुरसम ,अनिल कोरसा के पंचायत भवन गिर चुके हैं। अभी कई और जगह ऐसा हादसा होने की आशंका जताई जा रही है।
नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा में जारी किया गया था रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया था। वहीं राजधानी रायपुर सहित कोंडागांव, बस्तर, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, महासमुंद, जांजगीर, कोरबा, रायगढ़, जशपुर और सरगुजा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया था।
कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को सर्तक रहने के निर्देश दिए है साथ ही उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति पर नजर रखते हुए आपदा प्रबंधन संबंधी सभी आवश्यक उपाए सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने बारिश को देखते हुए प्रभावित इलाकों में यदि कहीं कोई क्षति हुई है तो उसका शीघ्र आंकलन करने और प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता मुहैया कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है बारिश को देखते हुए सभी नियंत्रण कक्ष पूरी तरह मुस्तैद रहे, नदी-नालों के पानी के स्तर पर निरंतर नजर रखी जाए, बारिश के दौरान जल जनित रोगों को देखते हुए सभी आवश्यक चिकित्सकीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों में जल जनित रोगों, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और सर्पदंश आदि की दवाएं और एंटीडोट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। आपदा प्रबंधन दल मुस्तैद रहे और समय पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।