जांजगीर-चांपा। मई महीने की चिलचिलाती धूप व गर्मी की वजह से रिहायशी इलाकों में जंगली जानवर पहुंचने लगे हैं। रविवार को भी एक जंगली भालू जंगल से भटक कर गांव पहुंच गया और एक के बाद एक दो ग्रामीणों पर हमला कर दिया। फिर एक किसान की बाड़ी में पहुंचा और बांंस की झाड़ियों में जाकर दुबक गया। देर शाम तक वन विभाग की टीम रेस्क्यू नहीं कर पाई थी। बताया जा रहा है कि भालू वहीं झांडियों में छिपा हुआ है जिस पर वन विभाग के अफसर निगरानी कर रहे हैं। सोमवार की सुबह बिलासपुर वन मंडल से रेस्क्यू टीम पहुंचने की बात कही जा रही है। वहीं आरंभिक उपचार के बाद दोनों ग्रामीण सुरक्षित बताए जा रहे। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के सक्ती वन परिक्षेत्र के अमलडीहा जंगल से भटककर भालू डभरा के केनाभांठा गांव पहुंच गया। सुबह लगभग 6 बजे खेत की तरफ जा रहे ग्रामीण 28 वर्षीय मथुरा माली पिता महलों माली ग्राम केनाभांठा निवासी का सामना हुआ। जब तक वह कुछ समझ पाता भालू ने उस पर हमला कर दिया। उसके पीठ के नीचे गंभीर चोटे आई, किसी तरह व मौके से जान बचाकर गांव की तरफ भागा। इसी तरह ग्राम उपनी तकरारपुर मोहल्ला निवासी 45 वर्षीय लक्ष्मी बरेठ अपने खेत मे लगे धान व सूर्यमुखी की फसल को देखने गया था। भालू सूर्यमुखी के फसल के बीच विचरण कर रहा था, जैसे ही लक्ष्मी खेत की तरफ बढ़ा भालू ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद भालू नवापारा के ग्रामीण के बाड़ी में लगे बांस के पेड़ में छिप गया। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के अफसरों को दी। जिस पर वन मंडल की टीम घटनास्थल पहुंची और बिलासपुर से रेस्क्यू टीम को बुलाया, लेकिन टीम नहीं पहुंच पाई थी।