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![गजानंद निषाद बरमकेला](https://rajdhanitimescg.in/r3e/uploads/2021/09/ef95773d-79b5-4363-ba1a-523503e00232.jpg)
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में बने गोबर के दीयों की डिमांड इस बार भी बनी हुई है। छत्तीसगढ़ में महिला स्व सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे गोबर के रंगीन दीयों से इस बार भी दिवाली रोशन होगी। इस साल दीपावली पर अपने घरों को इन दिनों से सजाने के लिए गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से गोबर के दिए मंगाए जा रहे हैं। इसके लिए दुर्ग की महिलाएं खास तौर पर गोबर के दीये तैयार कर रहीं है। दुर्ग के शहरी गौठान में स्व सहायता समूह की महिलाएं बड़ी संख्या में दीवाली के दीयों और अन्य सामग्री के निर्माण कार्य में लगी हुई हैं। इन्होंने दीयों की सजावट पर और इनकी गुणवत्ता पर काफी मेहनत की है इसका सकारात्मक परिणाम उन्हें मिला है। राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों से इनके दीयों के लिए आर्डर आये हैं और अब तक दस लाख दीयों के आर्डर यहां काम कर रही समूह की महिलाएं ले चुकी हैं। समूह की महिलाओं ने बताया कि अब तक 35 हजार दीये डिस्पैच भी कर चुकी हैं। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए गौठान समिति की अध्यक्ष गायत्री डोरे ने बताया कि हमारे समूह को गुजरात और राजस्थान के लिए आर्डर मिले हैं। एक दीया तीन रुपए में बेच रही हैं। गायत्री ने बताया कि यहां पर प्रशिक्षित लोग हैं, जिन्होंने गोबर के दीयों को आर्टिस्टिक रूप से सजाया है। इसकी वजह से इनकी सुंदरता खूब निखर गई है और अच्छी डिमांड आ रही है। इसके साथ ही वे धूपबत्ती भी तैयार कर रही हैं, जिसमें 15 प्रकार की जड़ी बूटियों का उपयोग हो रहा है। पंचदीप थाली का निर्माण भी उनके द्वारा किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि दुर्ग शहर में दीपावली के स्थानीय उत्पादों के विक्रय के लिए बिहान बाजार भी लगाया गया है। बिहान बाजार में स्थानीय उत्पादों की धूम है और बड़ी संख्या में लोग यहां से सामग्री खरीद रहे हैं।
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