जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब क्लास रूम में मोबाइल फ ोन का उपयोग नहीं कर सकते हैं। अब शिक्षकों को कक्षा में मोबाइल ले जाने पर पाबंदी हो गई है। जिला पंचायत सीईओ ने इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया है। अब शिक्षकों को कक्षा में जाने से पूर्व अपने मोबाइल फ ोन को विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पास जमा करना होगा। मानव जीवन में शिक्षा का काफ ी महत्वपूर्ण स्थान है। सभी को लगन और पूरी निष्ठा के साथ मेहनत कर अध्यापन कार्य संपादित करना चाहिए। उक्त बातें जशपुर जिपं सीईओ जितेन्द्र यादव ने जशपुर जिले के हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्यों, शिक्षकों की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय के प्राचार्य यह तय करेंगे कि कोई भी शिक्षक अध्यापन काल खण्ड में मोबाईल ले कर क्लास में नहीं जायेंगे। प्राचार्यों द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए सभी निर्देश से विद्यालय के शिक्षकों को अवगत कराया जाये तथा यशस्वी जशपुर कार्ययोजना के तहत दिये गये दिशा निर्देश एवं मिशन-40 डेज का अक्षरश: पालन कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। यदि निरीक्षण के दौरान निर्देशों के अवहेलना की स्थिति पाई जाती है तो निश्चित ही अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। श्री यादव ने कहा कि शिक्षकों को अपने लेक्चर के विषय वस्तु की पूर्व तैयारी घर से अनिवार्य रूप से करके आना चाहिए सभी विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने हेतु प्रति दिन अतिरिक्त कक्षा, उपचारात्मक कक्षा एवं सण्डे क्लास अनिवार्य रूप से लगाई जाए।
बच्चों से बनवाएंगे डायरी : बैठक में निर्देश दिया गया कि सभी प्राचार्य शिक्षकों से कम अच्छे बच्चों की डायरी बनवायेगें एवं अगली बैठक में डायरी के साथ उपस्थित होंगे। इसके साथ ही छ:माही परीक्षा में अनुतीर्ण होने वाले बच्चों की विषयवार अनुतीर्ण होने के कारणों का विवरण भी बैठक में साथ में लायेंगे । मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा बैठक में विद्यालयों में कक्षा 10वीं एवं 12वीं में अंग्रेजी व गणित पढ़ाने वाले शिक्षक जिनका छ:माही परीक्षा में परिणाम खराब था उनसे एक एक कर चर्चा की गई एवं विषय में बेहतर परिणाम देने का निर्देश दिया गया। उन्होंने गणित और अंग्रेजी विषय शिक्षकों को अपनी क्षमता विकसित करने और पूरी तैयारी के साथ अध्यापन करने हेतु सख्त निर्देश दिए।
बेहतर परिणाम के लिए दिया सुझाव : बैठक में यशस्वी जशपुर के नोडल अधिकारी द्वारा बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम हेतु सुझाव देते हुए कहा कि सभी प्राचार्य यह सुनिश्चित करें कि उनके विद्यालय के शिक्षक अपना शत् प्रतिशत बच्चों को दें। प्री बोर्ड प्रथम परीक्षा के समय प्रतिदिन परीक्षा उपरांत अगले दिन के विषय की तैयारी अच्छे से कराएं। जिपं ने बैठक में अनुपस्थित शा. उ.मा.वि. पतराटोली, वि.खं जशपुर के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश दिया है। सभी शिक्षकों को पूर्व में निर्देशित किया गया था कि वे अपने विद्यालय के सबसे अच्छे और सबसे कम अच्छे विद्यार्थी की मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका लेकर आएंगे जिसे संकलित किया गया और उसका विश्लेषण जिला स्तर पर किया जाकर आगामी बैठक में उस पर चर्चा करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त समीक्षा बैठक में जिले के ऐसे सभी प्राचार्य उपस्थित रहें जिनका परीक्षा फ ल जिले के औसत परीक्षा फ ल से कम रहा है।