सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और कोरिया जिले की सीमा में गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में हाथियों ने एक ग्रामीण को कुचल कर मार डाला। ग्रामीण अपने पुत्र के साथ साले की बेटी को छोड़ने के लिए छतरंग से रसौकी जाने को निकला था। शाम को हाथियों का दल एकाएक सामने आ गया और ग्रामीण के 12 वर्षीय बेटे को सूंड से पकड़ लिया। बेटे को हाथियों के चंगुल में देखकर ग्रामीण ने शोर मचाना शुरू किया तो हाथियों ने 12 वर्षीय बालक को छोड़ दिया, लेकिन ग्रामीण को पकड़ लिया और उठाकर पटक दिया। इसके बाद हाथी ग्रामीण को पैर से कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं बालक व उसकी ममेरी बहन ने भागकर अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के ग्राम छतरंग निवासी रामाशंकर सिंह (45 वर्ष) अपने 12 वर्षीय पुत्र पप्पू सिंह के साथ साले की बेटी पूनम को छोड़ने के लिए शुक्रवार की दोपहर 2 बजे निकला था। वे पैदल शाम को लगभग 6:00 बजे सुख तारा के पास पहुंचे थे, जहां उनके सामने अचानक हाथियों का दल आ गया। एक हाथी ने रामाशंकर सिंह के पुत्र पप्पू सिंह को सूंड से पकड़ लिया। अपने बेटे को हाथियों के चंगुल में देखकर रामाशंकर सिंह ने शोर मचाना शुरू किया। इससे हाथियों का ध्यान उसकी ओर चला गया। हाथी ने पप्पू को छोड़ दिया और रामाशंकर की ओर बढ़ गया। रामाशंकर ने पप्पू व पूनम को भागने के लिए आवाज लगाई। उसने भी भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी ने उसे सूंड से पकड़ लिया और पकड़ पटक कर कुचल दिया।
घटना स्थल से भागकर घर वापस पहुंचे भाई-बहन ने ग्रामीणों व परिजनों को इसकी सूचना दी। सुबह ग्रामीण रामाशंकर को खोजते हुए सुकतारा जंगल पर पहुंचे जहां रमाशंकर का शव पड़ा हुआ मिला। वहां से उसके शव को सोनहत ले जाया गया, जहां शव का पोस्टमार्टम कराया गया। सूरजपुर डीएफओ बीएस भगत ने बताया कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में सूरजपुर-कोरिया जिले की सीमा में 15 हाथियों का दल मौजूद है। मृतक के परिजनों को सहायता राशि दी जाएगी। हाथी की मौजूदगी वाले इलाकों में ग्रामीणों को नहीं जाने की वन विभाग ने मुनादी कराई है।