बरमकेला। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में गुरू-शिष्य के पवित्र रिश्ते शर्मसार हो गए। दरअसल, स्कूल की छात्राओं ने एक शिक्षक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया है तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है। बता दें कि चार दिन पहले सरिया थाना क्षेत्र के महानदी के किनारे गांव तोरा स्थित शासकीय प्राथमिक स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक द्वारा स्कूली बच्ची को पहाड़ा पूछने के बहाने आफिस रुम में बुलाकर छेड़छाड़ करने संबंधी गांव में बैठक रविवार शाम को बीच बस्ती में बुलाई गई थी। उसी दौरान आरोपी प्रधान पाठक अपने सहायक शिक्षक के साथ स्कूल आने की भनक ग्रामीणों को लगी तो सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और दोनों शिक्षकों को स्कूल कमरे में बंद कर आरोपी प्रधान पाठक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए काफी देर तक हंगामा होता रहा। मामले की जानकारी मिलने पर सरिया पुलिस पहुंची थी। माहौल को शांत कराने की प्रयास की गई लेकिन ग्रामीण अड़े रहे। बाद में एएसपी पहुंचे और आरोपी प्रधान पाठक को बंद कमरे से छुड़ाकर सरिया पुलिस को सौंपा गया।
हंगामा बढ़ता देख पुलिस बल बुलानी पड़ी थी : इस मामले में तोरा गांव के सरपंच शंकर चौहान ने बताया कि बीते गुरुवार दोपहर में प्राथमिक स्कूल के प्रधान पाठक गजेंद्र प्रसाद होता ने आफिस रुम में एक बच्ची को पहाड़ा पूछने के लिए बुलाया था और उसके साथ गलत हरकत करने लगा। किसी तरह बच्ची वहां भाग खड़ी हुई। परिजनों को आपबीती बताई। गांववासियों ने रविवार शाम को बीच बस्ती में उसी गंभीर मुद्दे को लेकर बैठक बुलाकर आरोपी प्रधान पाठक पर कार्रवाई के लिए चर्चा कर रहे थे कि आरोपी प्रधान पाठक ने अपने सहायक शिक्षक के साथ स्कूल पहुंचने की जानकारी ग्रामीणों को लगी। ऐसे में ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और दोनों शिक्षकों को कमरे में बंद कर हंगामा करने लगे। इसकी जानकारी सरिया पुलिस को मिली तो मामले को शांत कराने में लगी रही। हंगामा बढ़ता देख बरमकेला पुलिस बल को भी बुलानी पड़ी। देर रात करीबन 11.30 बजे एएसपी महेश्वर नाग पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कर आरोपी प्रधान पाठक गजेंद्र प्रसाद होता व दूसरे शिक्षक को बंद कमरे से निकालकर आरोपी को पुलिस के हवाले किया गया। इसके बाद ही माहौल शांत हुआ। इस मामले में सरिया थाना प्रभारी किरण गुप्ता कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। फिलहाल तोरा गांव में स्थिति नियंत्रित में बताई जा रही है। तत्काल निलंबन करने को लेकर होता रहा हंगामा : रविवार शाम को आरोपी प्रधान पाठक की गलत हरकत किए जाने पर शाम 5.30 बजे बैठक बुलाई गई थी। बैठक कार्यवाही होते होते रात 8 बज गया। इसी बीच आरोपी प्रधान पाठक अपने बच्चे को लेकर सहकर्मी टीचर चन्दरजीत सिदार स्कूल में मौजूद रहने की भनक लग गई और हालात बिगड़ते गये। सरिया पुलिस आक्रोशित ग्रामीणों के आगे बेबस दिखी फिर बरमकेला से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीण आरोपी को तत्काल निलंबित करने की मांग करते रहे। थाना प्रभारी किरण गुप्ता ग्रामीणों को समझाईश देती रही लेकिन आक्रोशित ग्रामीण लिखित में तत्काल निलंबित करने की मांग पर अडे रहे। इसके पहले रविवार सुबह को सरिया पुलिस मामले को लेकर दबाने का प्रयास करती रही। लेकिन रविवार रात को ग्रामीणों के हंगामे ने पुलिस कलई खुल गई।
इधर शिक्षा विभाग ने प्रधान पाठक को किया निलंबित : बरमकेला के शासकीय प्राथमिक स्कूल तोरा में पदस्थ प्रधान पाठक गजेंद्र प्रसाद होता के विरुद्ध गंभीर आरोप लगने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़ – बिलाईगढ ने देर शाम को उक्त विवादित प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर बीईओ कार्यालय बरमकेला में अटैच कर दिया है। शिक्षा अधिकारी को मिले प्रतिवेदन के आधार पर गजेंद्र प्रसाद होता प्राथमिक स्कूल तोरा पर बीते गुरुवार को कक्षा दूसरी की छात्रा को अकेले प्रधान पाठक कक्ष बुलाकर अश्लील हरकत किया जाना पाया। ऐसे में उक्त प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।