Friday, November 22, 2024
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खत्म हुईं इंतजार की घड़ियां : एक बार फिर बैटिंग करते दिखेंगे ‘ऑफसाइड के भगवान’ सौरभ गांगुली 

रायपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली पर बायोपिक बनाने का एलान हो गया है। सौरव गांगुली की बायोपिक को लेकर पिछले तीन साल से चर्चाएं चलती रही हैं और कई बड़ी फिल्म कंपनियों के मालिकों ने इसे लेकर सौरव से बार बार मुलाकातें भी कीं लेकिन इस बायोपिक का सेहरा फिल्मकार लव रंजन के सिर बंधा है। उनकी फिल्म कंपनी लव फिल्म्स ने भारतीय क्रिकेट के इस सितारे पर बायोपिक बनाने का एलान किया है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे खिलाड़ियों महेंद्र सिंह धोनी और अजहरूद्दीन पर भी बायोपिक बन चुकी हैं।

बंगाल टाइगर नाम से मशहूर गांगुली पर भी बायोपिक बनने जा रही है। इसका ऐलान खुद सौरभ गांगुली ने ट्विटर पर किया है। क्रिकेट फैंस एक बार फिर फिल्म में उनकी बैटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। उन्होंने लिखा- क्रिकेट मेरा जीवन रहा है, इसने मेरे सिर को ऊंचा करके आगे बढ़ने का आत्मविश्वास और क्षमता दी। एक यात्रा, जिसे ताजा किया जाना है। रोमांचित हूं कि लव फिल्म्स मेरी यात्रा पर एक बायोपिक का निर्माण करेगी और इसे बड़े पर्दे पर जीवंत करेगी। हालांकि, उनका कैरेक्टर कौन निभाएगा अभी तक तय नहीं हुआ है। सौरभ गांगुली की बायोपिक का निर्माण लव रंजन और अंकुर गर्ग करेंगे। लव फिल्म्स ने ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’, ‘दे दे प्यार दे’, ‘मलंग’ और ‘छलांग’ जैसी सफल फिल्मों का निर्माण किया है। उनकी आने वाली फिल्मों में रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर अभिनीत लव रंजन के निर्देशन में बन रही ‘कुत्ते’ और ‘उफ्फ’ शामिल है।

सौरव गांगुली, जिन्हें दादा के नाम से जाना जाता है। वह भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार खिलाड़ी और लंबे समय तक कप्तान रहे हैं। सभी के दिलों में उनके लिए एक खास जगह रही है। एक क्रिकेटर के रूप में 90 के दशक से लेकर वर्तमान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष होने तक, सौरभ गांगुली की जिंदगी हमेशा चर्चा में रही है। उन्होंने क्रिकेट के क्षेत्र में कई अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाए है। बता दें कि सौरव गांगुली ने 113 टेस्ट खेले और भारत के लिए 7,212 रन बनाए. उन्होंने 311 वनडे मैचों में 11,363 रन बनाए. वह भारत के लिए सबसे सफल कप्तानों में से एक थे, जो टीम को 2003 में वनडे विश्व कप के फाइनल में और टेस्ट क्रिकेट में भारत को और अधिक ऊंचाइयों तक ले गए.