महासमुंद। कलेक्टर डोमन सिंह ने सीजी स्वान कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारी, सीडीपीओ एवं अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार के लिए सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होनें जिले में द्वितीय चरण के टीकाकरण के कार्यों में और अधिक प्रगति लाने को कहा। जिस तरह संबंधित विभाग समन्वय कर प्रथम चरण के टीकाकरण का कार्य पात्र नागरिकों का कराया गया था। उसी तरह द्वितीय चरण के टीकाकरण के कार्यों में प्रगति लाएं। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारी डोर-टू-डोर जाकर, प्रचार-प्रसार तथा मुनादी कराकर टीकाकरण के लिए नागरिकों को प्रेरित करें। लॉकडाउन के दौरान टीकाकरण के कार्यों को निर्बाध गति से जारी रखें। कोरोना से निपटने के लिए जिले के शासकीय तथा निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन युक्त बेड्स की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों का अनिवार्य रूप से कोविड-19 का टेस्ट करें। यदि धनात्मक प्रकरण मिलने पर नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के कोविड-19 सेंटर पर रहने की अनुमति दें। अन्यथा सामान्य होने पर उसे नियमानुसार नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर निर्धारित तिथि तक उनकी रुकने की व्यवस्था की जाए। जिन स्थलों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, ऐसे स्थलों का लगातार निरीक्षण करते रहे तथा कंटेनमेंट जोन के अंदर रह रहे सभी लोगों को संबंधित अधिकारियों, चिकित्सकों एवं मूलभूत सामग्री उपलब्ध कराने वालों का मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से दें ताकि उन्हें किसी भी मूलभूत चीजों से परेशानी ना हो।
कलेक्टर ने बताया कि गत दिवस केंद्रीय टीम हमारे जिले के प्रवास पर थे। उनके द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण के प्रभाव से रोकने, टीकाकरण, स्वास्थ्य सुविधाएं, कंटेनमेंट जोन सहित अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने पाया कि सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री बी.एस. मरकाम ने अपनी टीम के साथ कंटेनमेंट जोन पर रह रहे नागरिकों के लिए बेहतर व्यवस्था की है। उनके द्वारा इस तरह के किए गए नवाचार को केंद्रीय टीम ने प्रदेश तथा देश में सराहना की है। कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम कंटेनमेंट जोन में सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं। जरूरतमंदों को राशन वितरण सुनिश्चित कराएं ताकि राशन के अभाव में किसी को अनावश्यक परेशानी ना हो। अस्पताल, कंटेनमेंट जोन, क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे मरीजों के लिए आवश्यकता अनुरूप सभी दवाइयां उपलब्ध कराएं। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजर एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराएं।