Thursday, November 21, 2024
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किसान आंदोलन के बीच छग के एक अन्नदाता ने फिर दे दी जान, परिजनों का कहना कर्ज से था परेशान, प्रशासन का दावा-जांच में बैंकों में कर्ज नहीं

राजनांदगांव। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ आज देश भर के किसान भारत बंद का आव्हान कर कानून वापस लेने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी सत्ताधारी कांग्रेस, किसान संगठनों व चेंबर समेत सभी वर्गो ने अपना व्यापक समर्थन दिया है। इस किसान आंदोलन के बीच छत्तीसगढ़ के एक किसान ने खुदकुशी कर ली है।  मामला राजनांदगांव जिले का है। जहां किसान ने अपने घर के म्यांर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। किसान ने खुदकुशी किन कारणों से किया। इसका खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन परिजन कर्ज से परेशान होने के कारण खुदकुशी को वजह बता रहे। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा की गई जांच में बैंक से कर्ज की कोई बात सामने नहीं आई है। जानकारी के मुताबिक, डोंगरगांव के आसरा निवासी मूलचंद यादव (53) शनिवार रात अपने कच्चे मकान की मयार में लटका हुआ मिला था। परिजनों का कहना है कि मूलचंद कर्ज से परेशान था। हालांकि उसके बेटे दीपक ने बताया कि पिता ने बैंक से कोई कर्ज नहीं लिया था। वह नागपुर में काम करता है। घटना के दिन वह नागपुर के लिए निकला था, कुछ ही घंटों के बाद रात में आत्महत्या की सूचना मिली। मूलचंद के बेटे ने बताया कि उसकी रोज अपने पिता से बात होती थी। उन्होंने किसी प्रकार की परेशानी की बात नहीं कही। उन्होंने समूह से 5 हजार रुपए लिए थे। समूह में पहले भी लेनदेन चलता आ रहा है। घटना के समय पत्नी और बच्चे पास में ही हो रहे शादी समारोह में गए थे। वहां से आकर देखा की मूलचंद ने फांसी लगा ली है। इसके तुरंत बाद परिजन और पुलिस को फोन लगाया गया। बताया जा रहा है कि मृतक किसान के पास 1.50 एकड़ भूमि है, जिसमें एक एकड़ में धान बोया गया था। जिसमें 15 बोरा धान हुआ है। शेष आधा एकड़ रेगहा में दिया गया है। बहरहाल खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं है।