Thursday, November 21, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाऔद्योगिक जिला होने के बाद भी बहुत सी विसंगतियां, आम जनता के जीवन...

औद्योगिक जिला होने के बाद भी बहुत सी विसंगतियां, आम जनता के जीवन की बेहतरी के लिए बेहतर प्रयास करने की जरूरत : मुख्यमंत्री

कोरबा।  भेंट-मुलाकात  कार्यक्रम के लिए कोरबा जिल के पाली तनाखार विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने आज सुबह पाली स्थित रेस्ट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में पीएचई के ईई को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने और पानी में आर्सेनिक एवं फ्लोराइड की समय-समय पर जांच करवाने के निर्देश। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से सड़क निर्माण के प्रगति की जानकारी लेते हुए अधूरे निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और समयावधि में पूरा करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में 10 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं। 800 स्कूलों को मरम्मत के लिए चिन्हांकित किये गए हैं, अगले शिक्षण सत्र के पहले ही मरम्मत कार्य पूर्ण करा लिया जाएगा। समीक्षा बैठक

जबकि धान उठाव के संबंध में जिला खाद्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि धान की खरीदी की जा चुकी है। जिले में 98% डीओ कट चुका है और 86% धान का उठाव कर लिया गया है। जिले में राजीव युवा मितान क्लब के गठन एवं प्रशिक्षण के संबंध में शासन के उद्देश्य के अनुरूप क्लब के सदस्यों को जनता के बीच जाकर शासकीय योजनाओं का बेहतर प्रचार-प्रसार करने के निर्देशित किया गया। बैठक में अधिकारियों को डॉ. खूबचंद बघेल विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना आदि का दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में बेहतर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश ताकि ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से कोई वंचित ना हो। उन्होंने कहा कि अस्पताल आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए जरूरी दस्तावेजों के संबंध में भी जानकारी दी जाए ताकि योजनाओं के शत-प्रतिशत उद्देश्य की पूर्ति हो सके। समीक्षा बैठकउन्होंने अधिकारियों से कहा कि शासकीय योजनाओं का शत-शत प्रतिशत लाभ आम जनता को दिलाने के लिए बेहतर प्रचार-प्रसार किया जाए। रिश्वतखोरी की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि औद्योगिक जिला होने के बावजूद भी बहुत सी विसंगतियां हैं। आम जनता के जीवन की बेहतरी के लिए बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता है। महुआ शराब बनाने वाले आदिवासी से अवैध वसूली पर होगी कार्यवाही। शिकायत मिलने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश।