रायपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के यातायात प्रभारी और उसके एक साथी को एसीबी की टीम ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लंबे समय बाद एसीबी की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मचा हुआ है। छत्तीसगढ़ के एसीबी निदेशक आरिफ शेख ने मीडिया से चर्चा करते हुए जानकारी दी कि एक बस संचालक ने शिकायत की थी कि जिले के सूबेदार विकास नारक जो कि यातायात प्रभारी भी हैं उन्होंने अपने एक साथी भरत पनिका के साथ बस संचालक से बस का संचालन के लिए 60 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। मामला 50 हजार रुपए में फिक्स हुआ था। इस बीच पीडि़त बस संचालक ने एसीबी में शिकायत की। जिस पर एसीबी की ओर से पंकज चंद्रा ने शिकायत पर जांच कार्यवाही की और योजनाबद्ध तरीके से बस संचालक और सूबेदार के बीच संवाद कराया गया जिसमें 50 हजार रुपए में सहमति बन गई जिसके बाद रिश्वत की रक़म लेते हुए एसीबी ने सूबेदार विकास नारक और उसके सहयोगी भरत पनिका को गिरफ्तार कर लिया।