Thursday, November 21, 2024
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आरक्षक की मौत : तीन डॉक्टरों की टीम ने वीडियोग्राफी के साथ किया पोस्टमार्टम, एसपी ने मजिस्ट्रियल जांच के लिए कलेक्टर को लिखा पत्र, आखिरी एफबी पोस्ट चर्चा में 

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के  पुलिस आरक्षक की मौत के बाद शार्ट पीएम रिपोर्ट आ गया है जिसमें डॉक्टरों ने कार्डियोरैसपाइरेटरी अरेस्ट के कारण मौत होने का जिक्र किया हैं। मतलब रिपोर्ट में सांस की नली के दबने से फेफड़ों में ऑक्सीजन की कमी की बात कही गई है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए किसी भी आरोप प्रत्यारोप से बचने पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही है और तीन पुलीस ने तीन डॉक्टरों की टीम से विडियो ग्राफी के साथ मृतक आरक्षक का पोस्टमार्टम करवाया हैं। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट आनी बाकी हैं। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए निष्पक्षता से जांच करवाने हेतु एसपी पारुल माथुर ने कलेक्टर को मजिस्ट्रियल जांच करवाने के लिए पत्र लिखा है।

पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया ऐसे हुई मौत: आरक्षक की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं है। परिजन भी हत्या का आरोप लगा चुके है और सीबीआई जांच करने की मांग कर रहे है। इस मामले में परिजन जांजगीर पुलिस पर ही उंगली उठा रहे हैं। इस बीच पुलिस विभाग ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि 13 मई की रात करीब 11.45 बजे देशी शराब दुकान के सुरक्षागार्ड देवेन्द्र धीवर ने डायल 112 में सूचना दी कि देशी शराब भट्ठी जांजगीर के सामने एक व्यक्ति स्कूटी से जा रहा था जो आंधी तूफान के कारण बिजली तार गिरा था जो चालक के गले में फंस गया है।  प्रयास करने के बाद भी नहीं निकल रहा है। इसके बाद डायल 112 की टीम तथा थाना प्रभारी जांजगीर मौके पर पहुंचे। जहां स्कूटी चालक मुंह के बल जमीन पर गिरा हुआ था और उसके गले में बिजली का तार फंसा हुआ था, पास में ही स्कूटी पड़ी थी। बिजली के तार को गले से निकाला गया और बॉडी को सीधा किया गया तो उसकी पहचान आरक्षक पुष्पराज सिंह पिता सीताराम सिंह 32 साल निवासी दीनदयाल कॉलोनी जांजगीर के रूप में हुई उसे तत्काल अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर देने की जानकारी पुलिस की ओर से दी गई है।

आखिरी एफबी पोस्ट चर्चित: पुष्पराज सिंह लगातार, पुलिस वालों से पुलिस लाइन में मजदूरों की तरह काम करवाने, खराब क्वालिटी के बुलेट प्रूफ जैकेट, नक्सल मामले पर पुलिस और सरकार की नीतियों पर खुलकर खिलाफत करते रहे हैं। घटना के एक दिन पहले अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था। इसमें उसने लिखा था कि उसे बर्खास्त करने या सस्पेंड करने की धमकी मिल रही है। पुष्पराज सिंह द्वारा अपने आखिरी एफबी में पोस्ट डाला था- पुलिस अधिकारी कान
खोल के सुन ले, सस्पेंड, बर्खास्त की धमकी किसे देते हो, हिम्मत है तो सस्पेंड, बर्खास्त कर के बताओ, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, इसके पहले भी 6 बार सस्पेंड और बर्खास्त हो चुके है। नेताओं के तलवे चाट के जिले पाने वाले अधिकारी से हम बात नहीं करते। हमेशा सच बोलता रहंगा चाहे सस्पेंड करो या वर्खास्त। जय हिंद, जय भारत।