बिलासपुर। आईएमए अध्यक्ष डॉ अविजीत रायजादा के नेतृत्व में आईएमए की विशेष टीम ने विधायक शैलेश पांडेय से कोरोना संक्रमण के फैलाव के रोकथाम के संबंध में विस्तृत चर्चा के लिए मुलाकात की एवं आवश्यक तथा महत्वपूर्ण सुझाव दिए। आईएमए के दल जिसमें अविजीत राईज़ादा, अभिषेक घात्गे, नितिन जुनेजा, अखिलेश देओरस, पृशन्त द्विवेदी, नथाशा सोनी, हेमन्त चतृजी, विनोद तिवारी, शशांक सिंह, शशिकान्त साहू सभी डॉक्टरों और पूरे आईएमए के सभी 450 चिकित्सक ने अपनी टीम को भेज कर नगर विधायक को बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर का उपयोग अत्यधिक करना पड़ रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर की कमी है, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन BiPAP वेंटीलेटर के इस्तेमाल से वेंटीलेटर उपयोग में कमी लाई जा सकती है। ये मशीन कोरोना संक्रमित रोगों के इलाज में जीवन रक्षक का कार्य कर रही है इसे कम खर्च में उपयोग में लाया जा सकता है
क्या है BiPAP मशीन और कैसे करती है काम…? आईएमए अध्यक्ष डा अविजित रायजादा के मुताबिक कोरोना के मरीजों के इलाज में BiPAP मशीन का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मशीन का इस्तेमाल फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए, सांस लेने में दिक्कत महसूस करने पर किया जाता है या जिन मरीजों को रात को सोते समय सांस लेने में समस्या होती है, उनके लिए किया जाता है, यह मशीन फेफड़ों के उस हिस्से तक एयर पहुंचाती है जहां ऑक्सीजन पहुंचने में रुकावट होती है। ये जहां ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही वहां दो तरह के ऑक्सीजन प्रेशर फेफड़ों तक पहुंचाती है फेफड़े के सामान्य हिस्से में प्रेशर को कंट्रोल भी करती है। कोरोना के समय में इस मशीन का इस्तेमाल उन मरीजों के लिए किया जा रहा है, जिनके फेफड़ें ऑक्सीजन खींचने में पूरी तरह से सक्षम नहीं होते साथ ही उनके लिए भी जिनका Spo2/ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल कम हो जाता है BiPAP मशीन से कोरोना के काफी मरीज ठीक हुए हैं।
विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से की चर्चा: समीक्षा बैठक में आईएमए की टीम ने नगर विधायक को विशेष एवं महत्वपूर्ण सुझाव दिए और कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में BiPAP मशीन के के अत्यधिक उपयोग करने के सुझाव दिए, आईएमए के सुझाव को नगर विधायक ने गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव देव से फोन पर चर्चा की और सुझाव से अवगत कराया, मंत्री ने कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य सचिव से चर्चा कर जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।