जशपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जिला मुख्यालय जशपुर के रणजीता स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में जिले को 792 करोड़ रूपए 86 लाख रूपए की लागत के 196 विभिन्न विकास कार्यो की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने इनमें से 655 करोड़ 77 लाख रूपए की लागत के 94 कार्यो का भूमिपूजन और 137 करोड़ रूपए की लागत के 102 कार्यो का लोकार्पण किया। इस अवसर पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लालजीत सिंह राठिया, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की उपाध्यक उत्तरी गनपत जांगड़े, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विधायक जशपुर विनय भगत, रायगढ विधायक प्रकाश नायक, लैलूंगा विधायक चक्रधर सिदार सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में प्रबुद्व नागरिक उपस्थित थे। सभा शुरू होने ही वाली थी, सीएम समेत सभी जनप्रतिनिधि मंच पर विराजमान थे। तभी लोगों की नजर एक परिवार पर पड़ी जो मुख्यमंत्री के मंच तक पहुंचने के लिए सुरक्षाकर्मियों से जद्दोजहद करने में लगा था। यही नहीं यह परिवार फूट फूट कर रोने भी लगा। इसे देख लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। तभी मंच पर उपस्थित सीएम सभी नेताओं की नजर इस पर पड़ी तो मुख्यमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि उन्हें आने दें। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से सहजता से बातचीत की और उनके परेशानी की वजह पूछा तो उन्होंने बताया कि बगीचा टीआई ने उनके परिवार के मुखिया को बेवजह गिरफ्तार कर लिया गया और उसके साथ मारपीट की जा रही है। यही नहीं उन्होंने परिवार के महिलाओं के साथ भी मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाए। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने का आश्वासन देते हुए तत्काल जशपुर एसपी को मामले की जांच के लिए निर्देशित किया। हालांकि पीड़ित परिवार के मुखिया को किन कारणों से गिरफ्तार किया गया है। इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।