रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में यूरिया की कालाबाजारी अपने चरम पर है। कलेक्टर द्वारा गठित जांच टीम ने बरमकेला, सरिया, सांरगढ़, पुसौर व खरसिया में बड़ी मात्रा में गड़बड़ी भी पकड़ी है। गड़बड़ी समितियों से लेकर अधिकृत खाद व्यापारियों के यहां हुई है। इस मामले में रायगढ़ कलेक्टर ने कुछ लोगों को शो कॉज नोटिस भी जारी किया है तो वहीं सोमवार को कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर यूरिया की उपलब्धता की जानकारी लेने के बाद समितियों में वितरण पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। यूरिया की किल्लत को लेकर रायगढ़ से रायपुर तक राजनीति भी जमकर हो रही है। विपक्षी दल के नेता प्रदेश में यूरिया की किल्लत होने और सरकार के संरक्षण में गड़बड़ी करने का आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा भाजपा नेताओं पर झूठ व भ्रम फैलाने की बात कहते हुए प्रदेश में यूरिया की किल्लत नहीं होने का दावा कर रहे हैं। यूरिया पर हो रही राजनीति में अब पूर्व कलेक्टर व भाजपा नेता ओपी चौधरी भी कूद गए हैं। ओपी चौधरी ने सोमवार की शाम अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल से ट्वीट किया कि- मुख्यमंत्री जी! सरकार कहती रही कि रायगढ़ में रैक नहीं आने से यूरिया नहीं पहुंची है। तो सरकार यह भी बता दे कि उसी क्षेत्र में कालाबाजारी के लिए यूरिया कहां से पहुंच गई? दरअसल, भाजपा नेता ओपी चौधरी ने एक तीर से दो निशाना साधा है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ-साथ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का नाम लिए बगैर उन पर बड़ा हमला बोला है। रायगढ़ के खरसिया ब्लॉक में भी यूरिया की कालाबाजारी सामने आई है। कलेक्टर द्वारा गठित जांच टीम ने व्यापारी जगन्नाथ प्रसाद शर्मा के यहां भी गड़बड़ी पकड़ी है। जांच रिपोर्ट के अनुसार इन्होंने पांच लोगों को 222 एमटी यूरिया बेच दिया। जिन लोगों को बेचा गया है इनमें विकी शर्मा को 69.75 एमटी, विकास सोनी को 45 एमटी, करन शेंद्रे को 36 एमटी, अरविंद भारती को 36 एमटी और सोनू भारती को 35.55 एमटी यूरिया बेचा गया है। दिलचस्प बात यह है कि इन पांचों के पास एक इंच कृषि भूमि भी नहीं है। जांच में सभी भूमिहीन पाए गए हैं। भाजपा नेता ओपी चौधरी का ट्वीट इसी ओर इशारा कर रहा है। हालांकि उन्होंने उमेश पटेल का नाम नहीं लिया है, लेकिन आपको बता दें कि उमेश पटेल खरसिया ब्लॉक अंतर्गत नंदेली के निवासी है। ओपी चौधरी, मंत्री पटेल के पड़ोसी गांव के रहने वाले हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में श्री चौधरी, उमेश पटेल से करीब 16 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।