

रायपुर। इन दिनों केंद्र सरकार द्वारा लागू नए कृषि बिल और प्रदेश में धान खरीदी को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। दोनों ही पार्टी के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से नहीं चूक रहे। इससे सूबे की सियासी गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। राज्य में धान खरीदी को लेकर अब भाजपा नेता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने अपने ट्विटर हैंडल में एक ट्वीट कर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसा है। सीएम पर निशासा साधते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि-धान की फसल खेत से कटकर खलिहानों में पहुंच चुकी है, सरकार सत्ता के मद में चूर है। अब तक पिछले बार की रकम नहीं दे पाई है, सबसे बड़ा दीपावली का पर्व सामने है और मुखिया उडऩखटोले में उड़ते फिरतें हैं अपने राज्य की चिंता छोड़कर दीगर राज्यों में हवा हवाई प्रचार करतें हैं। मालूम हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बीतें दिनों बिहार विधानसभा और मध्यप्रदेश विधानसभा उप चुनाव के लिए पहुंचे थे। सीएम को राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची में रखा है। बिहार व एमपी के कई विधानसभा सीटों पर वे ताबड़तोड़ चुनावी रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। इधर, राज्य में बीते वर्ष की तरह इस साल भी भूपेश सरकार ने किसानों से 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी करेगी। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के लिए नए किसानों का पंजीयन जारी है। 10 नवंबर तक पंजीयन किसान करा सकेंगे। बीते वर्ष 19 लाख से भी अधिक किसानों ने धान बेचा था। इस वर्ष यह आंकड़ा 20 लाख पार कर जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा तीन नए कृषि बिल लागू किया है जिसका पूरे देश में कांग्रेस के साथ-साथ किसान संगठन व अन्नदाताओं ने भी विरोध किया है और लगातार जारी है। इधर, छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीदी करने की मांग को लेकर भाजपा आवाज उठा रही है। प्रदेश के कई जिलों में छोटे किस्म के धान पक चुके हैं। किसान कटाई मिंजाई कार्य में भी जुट गए हैं। जबकि राज्य में धान खरीदी की शुरूआत 1 दिसंबर से शुरू होगी मतलब किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए एक महीने का इंतजार करना होगा। पूर्व मंत्री राजेश मूणत का मुख्यमंत्री पर तंज कसना भी इसी ओर इशारा कर रहा है।