रायपुर। छत्तीसगढ़ की पंचम विधानसभा के सप्तम सत्र में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष व सत्ता पक्ष के विधायकों ने 579 सवाल लगाए हैं। इनमें 304 तारांकित और 275 अतारांकित सवाल हैं। साथ ही 4 स्थगन प्रस्ताव, 98 ध्यानाकर्षण, 4 अशासकीय संकल्प, 7 शून्यकाल की सूचना विधायकों ने दी है। सत्र के दौरान अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। 25 से 28 अगस्त तक चार दिन चलने वाले इस सत्र में विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के भी विधायकों ने सवाल लाकर सरकार से जवाब मांगा है। मानसून सत्र के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई उपाए किए गए हैं। विधानसभा सचिव के मुताबिक वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए सदन के अंदर बैठक व्यवस्था को इस तरह बनाया गया है कि सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो और एक सदस्य दूसरे सदस्य के सीधे संपर्क में न आए। विस के सदस्यों की बैठक व्यवस्था को लेकर दो सदस्यों के बीच कांच की दीवार लगाई गई है। इसके अलावा अतिरिक्त 11 कुर्सियां भी लगाई गई हैं। सत्र के दौरान मंत्री, संसदीय सचिव, विधायकों एवं जिन अधिकारियों को सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराया गया है, उन सुरक्षाकर्मियों को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। वहीं मंत्रियों के साथ केवल एक स्टॉफ को ही विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी। विधानसभा मुख्यालय के ए ब्लॉक में उनका प्रवेश वर्जित होगा। विधानसभा परिसर में आम लोगों का प्रवेश वर्जित किया गया है। विधानसभा सचिवालय के केवल वे ही अधिकारी व कर्मचारी सत्र दौरान कार्यालय आएंगे, जिनका सत्र से संबंधित या सचिवालय के प्रतिदिन के कार्य से कार्यालय आना आवश्यक है। वहीं विधानसभा परिसर में जिन सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, वे अन्य व्यक्तियों के संपर्क में न आएं, इसलिए उनके रुकने की व्यवस्था भी विधानसभा परिसर में ही की गई है। विधानसभा में सदन की कार्रवाई के कव्हरेज को लेकर मीडिया पर प्रतिबंध लगाया गया है। सत्र का कव्हरेज विधानसभा समिति के सदस्यों को ही करने की अनुमति दी जाएगी। उनके लिए विधानसभा आडोटोरियम में बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
इन्हें दी जाएगी श्रद्धांजलि: 25 से 28 अगस्त तक चलने वाले सत्र के पहले दिन चार पूर्व सदस्यों के निधन का उल्लेख किया गया है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, पूर्व मंत्री डीपी धृतलहरे, पूर्व मंत्री बलिहार सिंह और पूर्व सांसद रजनी गंधा देवी शामिल हैं। इसके साथ भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प में शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी।
सत्र के दौरान रोजाना किया जाएगा सेनेटाइजेशन: सत्र के दौरान प्रतिदिन सेनेटाइजेशन किया जाएगा। सत्र के दौरान प्रतिदिन सत्र शुरू होने से पूर्व फ्यूमिगेशन एवं सेनेटाइजेशन का कार्य किया जाएगा। वहीं हिस्सा लेने वाले विधायकों का टेंप्रेचर एवं आक्सीजन लेवल मापा जाएगा। संक्रमण की रोकथाम के लिए मुख्य सभा भवन एवं मुख्य समिति कक्ष में एंटी बैक्टिरियल सरफेस कोटिंग कराई जा रही है।