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कृषि बिल के विरोध में कांग्रेस 31 को किसान अधिकार दिवस मनाएगी,  चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की बनाई रणनीति, 7 को ट्रैक्टर रैली

रायपुर। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानून तथा देश में महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचार के विरोध में कांग्रेस ने देशव्यापी चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की रणनीति बनाई है। बीते 18 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महासचिव और प्रदेश प्रभारियों के साथ ऑनलाइन बैठक में चरणबद्ध तरीके से केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिले निर्देश के बाद प्रदेश कांंग्रेस द्वारा राज्य के सभी जिले में कांग्रेस नेता अलग-अलग दिन अलग दिवस के रूप में आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत दिवस 31 अक्टूबर को किसान अधिकार दिवस के रुप में मनाया जाएगा। जबकि चरणबद्ध तरीके से आंदोलन के तहत 7 नवंबर को ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। इसमें प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सीएम भूपेश बघेल पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत सभी दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। संभावना है कि आंदोलन में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। इस रैली की पीसीसी द्वारा सभी जिलाध्यक्षों को कार्यक्रम की रुपरेखा भेज दी गई है।

इस तरह चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी कांग्रेस

31 अक्टूबर: किसान अधिकार दिवस- लौह पुरूष सरदार वल्लभ पटेल की जयंती एवं पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के शहादत दिवस 31 अक्टूबर के अवसर पर सभी जिला मुख्यालयों में किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सुबह 10 से लेकर शाम 4 बजे तक कृषि कानून के विरोध में सत्याग्रह का आयोजन होगा।

5 नवंबर: महिला एवं दलित उत्पीडऩ दिवस- हाथरस रेप पीडि़ता के परिवार की दुर्दशा और दलितों के खिलाफ देशभर में लगातार हो रहे अत्याचारों को उजागर करने के लिए महिला एवं दलित उत्पीडऩ दिवस मनाया जाएगा। 5 नवंबर को ही राजधानी रायपुर में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

7 नवंबर: ट्रैक्टर रैली- कृषि बिल के विरोध में जिस तरह से हरियाणा और पंजाब में खेती बचाओ यात्रा कर ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। उसी तरह छत्तीसगढ़ में भी 7 नवंबर को ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। इस रैली का आयोजन राधानी रायपुर में है जिसमें राहुल गांधी शामिल हो सकते हैं। वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में 1 से 10 नवंबर के बीच भी ट्रैक्टर रैली निकाली जा सकती है।

13 नवंबर: नेहरूवादी विचारधारा संगोष्ठी- भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 131वीं जयंती के दिन 14 नवंबर को दिवाली होने के कारण 13 नवंबर को नेहरूवादी विचारधारा और राष्ट्र-निर्माण पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। यह संगोष्ठी प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में निर्धारित है। संगोष्ठी में वरिष्ठ नेताओं, विचारकों, लेखकों, प्रोफेसरों और नेहरूवादी विचारधारा से जुड़े लोग उपस्थित रहेंगे।

14 नवंबर: राष्ट्रपति को ज्ञापन- केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। 25 अक्टूबर को अब तक कराए गए हस्ताक्षरयुक्त मांग पत्र को पीसीसी में जमा कराया जाएगा ताकि इसे एआईसीसी द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी में समय रहते जमा करा सकें। राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 14 नवंबर को 2 करोड़ किसान-खेत-मजदूरों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।

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